पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा, हॉस्‍टल में बैठे जूनियर डॉक्‍टरों को लगाएं कोरोना मरीजों के उपचार में

लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण से चिंतित याचिका समिति के सभापति सह विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। रोगियों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सचिव प्रत्यय अमृत को यहां की कमी से अवगत कराया है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 08:59 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 08:59 AM (IST)
पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा, हॉस्‍टल में बैठे जूनियर डॉक्‍टरों को लगाएं कोरोना मरीजों के उपचार में
कोरोना की स्थिति पर डॉ. प्रेम कुमार ने की प्रत्‍यय अमृत से बात। फाइल फोटो

गया, जागरण संवाददाता। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण से चिंतित याचिका समिति के सभापति सह विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने कोरोना रोगियों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सचिव प्रत्यय अमृत को यहां की कमी से अवगत कराया है। प्रधान सचिव ने बताया कि गया में 452 बेड की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में 60 मरीज भर्ती हैं। 18 रोगियों को ऑक्सीजन लगा है, जबकि 10 वेंटिलेटर पर है। उन्‍होंने बताया कि रोगियों के उपचार की हर स्‍तर पर निगरानी की जा रही है। वैक्‍सीनेशन भी किया जा रहा है।

प्रतिदिन एक हजार वैक्‍सीन दें गया में

डॉ कुमार ने कहा कि जो 100 जूनियर डॉक्टर्स हॉस्टल में बैठे हुए हैं वैसे होनहार डॉक्टर्स को अपनी प्रतिभा को रोगियों को बीच में जाकर इलाज के लिए लगाया जाए। इस पर प्रधान सचिव ने कहा  कि इस सुझाव पर अमल किया जाएगा। सभी डॉक्टर्स इंटरशिप किए हुए हैं। डॉ कुमार ने गया जिले के लिए प्रतिदिन एक हजार वैक्सीन की मांग की। प्रधान सचिव ने कहा कि जैसे ही बिहार में वैक्सीन आएगा वैसे ही गया को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद विधायक ने मगध मेडिकल अधीक्षक से पूरी जानकारी प्राप्त की। अधीक्षक ने बताया कि जो हमारी मेडिकल टीम है वह टीम कोरोना रोगियों की बेहतर इलाज कर रही है।

जिले में ढाई लाख लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्‍सीन

डॉ कुमार के पूछने पर सिविल सर्जन ने  बताया कि आज तक 2.5 लाख वैक्सीन लग चुका है। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन पहुंचाने तथा कोरोना जांच के लिए लगातार गाड़ी से स्वास्थ केंद्र पर भेजकर लगभग 1500 जांच प्रतिदिन की जा रही है।विधायक ने बताया कि जिले में कोरोना के मामले में जल्द ही प्रत्येक रोगी गया से ही पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर सकुशल लौटेंगे। क्योंकि स्वास्थ विभाग के कर्मचारी अपनी सेवा लगातार दे रहे हैं।

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