नवादा में जेवर दुकान में चोरी का सुराग लेने पहुंची फोरेंसिक टीम, घटनास्थल से एकत्र किए अंगुलियों के नमूने
अकौना बाजार स्थित वीणा ज्वेलर्स में चोरी का अब तक सुराग नहीं मिल सका है। बुधवार को फोरेंसिक विभाग के दो अधिकारी नवादा पहुंचे और घटनास्थल पर जाकर जांच-पड़ताल की। इस दौरान घटनास्थल फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने भी घटनास्थल से उंगलियों के निशान उठाए।
संवाद सहयोगी, नवादा। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अकौना बाजार स्थित वीणा ज्वेलर्स में चोरी का अब तक सुराग नहीं मिल सका है। बुधवार को फोरेंसिक विभाग के दो अधिकारी नवादा पहुंचे और घटनास्थल पर जाकर जांच-पड़ताल की। इस दौरान घटनास्थल फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने भी घटनास्थल से उंगलियों के निशान उठाए। इसके अलावा जांच के लिए आवश्यक नमूने जुटाए। जिसके आधार पर अनुसंधान को आगे बढ़ाने की बात कही गई। हालांकि घटना के दो दिन बाद भी पुलिस पूरी तरह नाकाम है। अभी तक चोरों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है। पुलिस वैज्ञानिक जांच के भरोसे अंधेरे में तीर मार रही है। गौरतलब है कि सोमवार की रात कामख्या मार्केट स्थित वीणा ज्वेलर्स का शटर काट कर लाखों के जेवरात की चोरी कर ली गई थी। मार्केट के मेन ग्रिल का ताला काटने के बाद चोर अंदर घुसे थे। इसके पहले दुकान के पिछले हिस्से की तरफ से सेंधमारी का भी प्रयास किया गया था। लेकिन उसमें सफलता नहीं मिल सकी थी। ऐसे में माना जा रहा है कि बकायदा एक गिरोह वहां तक जाकर वारदात को अंजाम दिया है। इसमें बदमाशों की संख्या अधिक रही होगी।
लोगों में बढ़ता जा रहा आक्रोश
चोरों का सुराग नहीं मिलने से सर्राफा कारोबारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में चोरी की दूसरी बड़ी वारदात हो गई और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। गश्ती की सुस्त व्यवस्था के चलते अपराधी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अकौना बाजार से पहले नहरपर स्थित एक जेवर दुकान से लाखों के जेवरात की चोरी हुई थी। घटना के पांच दिन बाद घटनास्थल से कुछ दूर आगे अरहर के एक खेत से जेवर के खाली डिब्बे पुलिस ने बरामद की थी। ऐसे में पुलिस की सक्रियता का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। लोगों ने एसपी से उचित कार्रवाई की मांग की है, ताकि आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाया जा सके।
धमौल बाजार में भी दो जेवर दुकानों में हो चुकी है चोरी
जिले के धमौल सहायक थाना क्षेत्र के धमौल बाजार में भी पिछले दिनों एक ही रात दो जेवर दुकानों में चोरी हो चुकी है। उस मामले में भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। अनुसंधान जारी होने की बात कह पुलिस अपना पल्ला झाड़ ले रही है। जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। बेखौफ बदमाश पुलिस को चुनौती दिए जा रहे हैं।
पुराने अपराधियों तक पहुंचने की है जरूरत
जिले में पूर्व के वर्षों में शटर उखाड़ कर चोरी की कई वारदात हुई थी। जिसमें कुछ अपराधी पकड़े भी गए थे। ऐसे में उस गिरोह को दोबारा खंगालने की जरुरत है। चोरी की घटनाओं में शामिल रहने वाले बदमाशों को पकड़ कर पूछताछ की जानी चाहिए। पुरानी घटनाओं में एक बात सामने आई थी कि नगर के कुछ बदमाशों के सहयोग से बाहरी अपराधी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अभी भी माना जा रहा है कि निश्चित रूप से स्थानीय बदमाश ही लाइनर की भूमिका निभा रहा होगा और बाहरी अपराधी इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।