सुबह की हवा होती है दवा के समान, फिट रहने के लिए रोज़ाना सुबह या शाम करें वाकिंग, जॉगिंग और रनिंग

रोहतास जिले के कई डॉक्‍टर कहते हैं कि सुबह या शाम की सैर करना अच्‍छी सेहत के लिए काफी जरूरी है। खासकर सुबह की हवा तो दवा के समान होती है। अपनी दिनचर्या में पैदल चलने को शामिल करें।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 11:39 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 11:39 AM (IST)
सुबह की हवा होती है दवा के समान, फिट रहने के लिए रोज़ाना सुबह या शाम करें वाकिंग, जॉगिंग और रनिंग
डेहरी ऑन सोन के एनीकट में मॉर्निंग वाक करते लोग। जागरण

डेहरी ऑन सोन (रोहतास), संवाद सहयोगी। खराब लाइफ स्टाइल के चलते आजकल लोग कम उम्र से ही बीमारियों के घेरे में आ रहे हैं। विशेषज्ञों  की मानें तो स्वस्थ रहने के लिए एक व्यक्ति को कम से कम दिन में आधा घंटा जरूर चलना चाहिए। अगर कदम की बात करें तो करीब 10 हजार कदम यानी 5-6 किलोमीटर रोज चलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। पैदल चलना (Walking) या वाकिंग एक ऐसा वर्कआउट है जिससे पूरी बॉडी एक्टिव रहती है। बल्कि इसे सभी अंग भी सही तरीके से काम करते हैं। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए हर व्यक्ति को कम से कम दिन में आधा घंटा तो जरूर चलना चाहिए। शहर के चिकित्‍सकों ने लोगों से ऐसा अपील की है कि वे प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा जरूर चलें।

30 मिनट तक सुबह की सैर करने से कम होता है डिप्रेशन का खतरा

18 वर्ष से ऊपर के लोगों को रोजाना 10 हजार कदम चलना चाहिए

40-40 मिनट की कम से कम 3 बार चहल कदमी से बढ़ती है याददाश्त

45-50 साल की उम्र में वॉक शुरू करने वाले 1 किमी से शुरुआत करें

तारबंगला के फिजियोथैरेपिस्ट डॉ एसके निषाद कहते हैं कि पैदल चलना हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। मानव शरीर 90 फीसद शारीरिक और 10 फीसद मा‍नसिक कार्य के लिए बना है। बदलते वक्त के साथ लोगों का अक्सर शिड्यूल बदल रहा है। इसकी वजह से शारीरिक श्रम की ओर लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस वजह से लोगों में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, याददाश्त कम होना जैसी गंभीर बीमारी कम उम्र में ही बढ़ रही है। 

सुबह की हवा दवा के समान होती है

पतंजलि जिला प्रभारी सह योग गुरु उमाशंकर प्रसाद बताते हैं कि योग में सुबह की हवा को दवा के समान माना गया है इससे हृदय और फेफड़े दोनों का एक्सरसाइज होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि सैर के दौरान चलने की अवधि खुद के लक्ष्य पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए अगर आप फिट रहने के लिए सैर करना चाहते हैं तो रोज 30 मिनट टहलना पर्याप्त है। लेकिन अगर फिट रहना चाहते हैं तो इसकी अवधि तो डबल करना होगा। अपनी जरूरत के अनुसार कई लोग 30 से लेकर 60 मिनट तक सैर कर सकते हैं। 

उम्र के हिसाब से कितने कदम चलना चाहिए 6-17 साल लड़के 15000, लड़कियां 12000 कदम  18-40 साल पुरुष 12000, महिलाएं 12000 कदम  40-50 साल उम्र की महिलाओं व पुरुषों को 11000 कदम

60 साल से ऊपर की महिलाओं को 8000 कदम चलना चाहिए

इनसे जानिए मॉर्निंग वाक के फायदे

कंट्रोल हुआ शुगर लेवल- एसएसआई अयोध्या प्रसाद सिंह ने बताया कि डायबिटीज होने के बाद डॉक्टर ने सुबह में टहलने को कहा था। इसे मैंने अपनी दिनचर्या में शामिल किया। इससे मुझे काफी फायदा हुआ। एक वर्ष से मॉर्निंग वॉक करने से मेरा शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा पहले से ज्यादा एक्टिव रहता हूं और शरीर में स्फूर्ति भी बनी रहती है। 

अब नहीं फूलती सांस- तारबंगला निवासी चन्द्रावती देवी ने बताया किमोटापे की वजह से काफी परेशानी होती थी। थोड़ी दूर चलने पर सांस फूलने लगती थी मेरा वजन काफी तेजी से बढ़ रहा था। पिछले दो सालों से मैंने पैदल चलना शुरू किया इससे मैंने अपना वजन सात किलो कम कर लिया। मेरा थायराइड भी कंट्रोल में है। 

दूर हुई पैरों की झनझनाहट- आदित्य मल्टीकॉम लिमिटेड के एमडी रामनाथ सिंह यादव ने कहा कि पिछले कई महीनों से थोड़ी देर बैठ कर उठने के बाद पैरों में झनझनाहट होती थी डॉक्टर को दिखाने के बाद उन्होंने व्यायाम, मॉर्निंग वॉक की सलाह दी पिछले कई सालों से लगातार सुबह की सैर कर रहा हूं इससे पैरों में होने वाली झनझनाहट कम हुई है और किसी तरह की कोई बिमारी नहीं है। 

फ्रेशनेस का होता है अहसास- अभिषेक कश्यप ने बताया कि पिछले सालों से मैं लगातार झारखंडी मंदिर के समीप सुबह पार्क में टहलने के लिए जाता हूं लॉकडाउन के दौरान छत पर ही आधा घंटा चलता थ। मॉर्निंग वॉक जब शुरू किया तो कुछ ही दिनों में इसका असर समझ में आने लगा था दिन भर फ्रेशनेस का एहसास होता है यही वजह है कि मैं खुद को फिट महसूस करता हूं।

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