धान के खेतों में निकलीं बालियां, किसानों के खिले चेहरे

गया। बीते सप्ताह जिले में हुई अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। धान के खेतों में बालिया निकल आई हैं। जिला कृषि विभाग के अनुसार इस साल जिले में एक लाख 73 हजार 162 हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। धान की बंपर पैदावार होने की उम्मीद है। इस साल 7.35 लाख मीट्रिक टन धान की फसल होने की उम्मीद विभाग ने जताई है जो सामान्य से अधिक है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 10:55 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 10:55 PM (IST)
धान के खेतों में निकलीं बालियां, किसानों के खिले चेहरे
धान के खेतों में निकलीं बालियां, किसानों के खिले चेहरे

गया। बीते सप्ताह जिले में हुई अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। धान के खेतों में बालिया निकल आई हैं। जिला कृषि विभाग के अनुसार, इस साल जिले में एक लाख 73 हजार 162 हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। धान की बंपर पैदावार होने की उम्मीद है। इस साल 7.35 लाख मीट्रिक टन धान की फसल होने की उम्मीद विभाग ने जताई है, जो सामान्य से अधिक है।

अभी धान की खेती की बात करें तो कुछ जगहों पर धान की बालियां निकलने लगी हैं। किसान अपने खेतों में धान की बालियां देखकर खुश हैं। उन खेतों में बालियां पहले आई हैं, जहां समय से रोपनी हो गई थी। नवंबर के दूसरे पखवारे से तैयार फसलों की कटाई शुरू हो जाएगी। ----------------

मानसून में हुई अच्छी बारिश, 5.09 फीसद अधिक रिकार्ड

इस साल मानसून आगमन के साथ ही रिमझिम बरसात हुई। जून, जुलाई, अगस्त व सितंबर में औसत से अच्छी बारिश रिकार्ड की गई। जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस खरीफ सीजन में 5.09 फीसद अधिक बारिश हुई है। इस सीजन में 878.7 एमएम बारिश होनी थी। 923.5 एमएम बारिश दर्ज हुई। सितंबर के अंतिम सप्ताह में भी अच्छी बारिश हुई। इस माह में 129.1 एमएम बारिश रिकार्ड हुई।

--------

बालियों में खखरी होने से बचाएगा जिक व पोटाश: डीएओ

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने किसानों जरूरी सलाह दी है। कहा, जिन खेतों में धान की बालियां निकल आई हैं, वहां यूरिया अब नहीं दें। इसकी जगह पर प्रति हेक्टेयर 25 किलो की दर से जिक का छिड़काव करें। इसके साथ ही 20 किलो से लेकर 40 किलो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पोटाश डालें। इससे बालियों में दाना पुष्ट होगा। खखरी होने से बचाव होगा। हथिया नक्षत्र में अभी जो भी बारिश हो रही है, वह धान के पौधों के लिए अमृत है। खेत में पानी की उपलब्धता पर नजर रखने की सलाह दी।

chat bot
आपका साथी