नोडल पदाधिकारी सहित पांच लोग सम्मानित

गया। वैश्विक महामारी कोरोना में गरीब असहाय निराश्रित आदि अन्य कोई जरूरतमंद भूखा न रहे इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा टिकारी के अम्बेडकर छात्रावास में शुरू किए गए सामुदायिक रसोई 33 दिनों तक सफलता पूर्वक संचालन के बाद बुधवार की शाम का भोजन के साथ ही बंद हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 12:16 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 12:16 AM (IST)
नोडल पदाधिकारी सहित पांच लोग सम्मानित
नोडल पदाधिकारी सहित पांच लोग सम्मानित

गया। वैश्विक महामारी कोरोना में गरीब, असहाय, निराश्रित आदि अन्य कोई जरूरतमंद भूखा न रहे इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा टिकारी के अम्बेडकर छात्रावास में शुरू किए गए सामुदायिक रसोई 33 दिनों तक सफलता पूर्वक संचालन के बाद बुधवार की शाम का भोजन के साथ ही बंद हो गया। प्रखंड कार्यालय के सभागर में सामुदायिक रसोई के बंद होने की बीडीओ वेद प्रकाश ने घोषणा की।

इस अवसर सामुदायिक रसोई का संचालन करने में अपना अहम योगदान करने वाले नोडल पदाधिकारी सहित पांच लोगों को सम्मानित किया गया। बीडीओ ने सभी को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ के साथ मास्क और हैंड सैनिटाइजर देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में नोडल पदाधिकारी शिक्षक पोखन कुमार, रसोइया रिपुंजय कुमार उर्फ पूंजी, अभय प्रसाद गुप्ता, अतुल कुमार एवं सचिन कुमार शामिल है। बीडीओ ने बताया कि सामुदायिक किचेन का उद्देश्य समाज के गरीब, असहाय, निराश्रितों के साथ अस्पताल एवं कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भर्ती मरीजों एवं उनके स्वजनों को प्रतिदिन दोनों वक्त नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराना था। इसके अलावे दलित बस्तियों के निर्धन, निराश्रित, असहाय लोगों को भी भोजन का पैकेट वितरण किया गया है। ताकि इस संक्रमण काल में कोई व्यक्ति भूखा नहीं रहे। यंहा बता दें कि यंहा शादी या पार्टी समारोह जैसा भोजन पंडाल बनाया गया था और लोग आराम से बैठ कर खाना खा सके इसके लिए कुर्सी टेबल लगाए गए थे। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कोरोनावायरस से बचाव हेतु संदेश लिखे गए थे। इसके अलावे जॉब कार्ड के लिए निबंधन काउंटर के साथ किसी तरह की सहायता के लिए ''मे आई हेल्प यू'' काउंटर भी खोला गया था। जिला प्रशासन की ओर से तय मेनू के अनुसार प्रतिदिन खाना बनाया और परोसा जाता था। वहीं बच्चे के लिए 100 ग्राम दूध के साथ बिस्किट और हलवा की व्यवस्था थी। यही कारण है कि टिकारी का सामुदायिक रसोई जिले में ही नही बल्कि सुंदर व्यवस्था के लिए राज्य स्तर पर भी सुर्खियां बटोरी थी। एक अनुमान के मुताबिक उक्त अवधि में लगभग 14 हजार लोग पंडाल में बैठकर भोजन किया और लगभग 3500 लोगों के बीच भोजन का पैकेट वितरण किया गया है।

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