पहले पति फिर बेटे की हो गई मौत, स्‍वजन समाज ने 150 किमी दूर आरा जाकर विधवा को दी मदद

गया शहर के एपी कॉलनी में स्वजन समाज के लोग सामाजिक कार्यों से जुड़कर करते हैं लोगों की मदद। भोजपुर जिला अंतर्गत नरही गांव में विधवा व उसकी बेटी को गांव पहुंचकर दी आर्थिक मदद विधानसभा सभापति से भी बात की।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 10:02 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 10:02 AM (IST)
पहले पति फिर बेटे की हो गई मौत, स्‍वजन समाज ने 150 किमी दूर आरा जाकर विधवा को दी मदद
मंजू देवी की पुत्री को सहायता राशि देते स्‍वजन समाज के लोग। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। गया शहर स्थित कॉलनी के स्वजन समाज (Swajan Samaj) ने 150 किलोमीटर दूर आरा जाकर एक विधवा व उसकी बेटी की मदद की। आगे भी हर संभव मदद का भरोसा दिया है। स्‍वजन समाज की चार सदस्यीय समिति सुमन कुमार, पुरंंदर सावर्णय, रंजीत कुमार, अमृतेश कुमार ने शुक्रवार को आरा जिले के कोइलवर प्रखंड अंतर्गत नरही गांव जाकर मंजू कुंअर से मुलाकात की।

कोरोना के कारण बेटे की गई जान 

अमृतेश कुमार ने बताया कि मंजू के पति पवन सिंह की मौत पिछले साल हो गई थी। वह दिहाड़ी मजदूर थे। इनके पास फिलहाल रहने के लिए समुचित घर भी नहीं है। एकमात्र बेटा रविशंकर सरकारी आवास के लिए बीडीओ के यहां दौड़-भागकर थक गया। लेकिन घर नहीं मिला। दूर्भाग्य यह रहा कि बेटे की भी मौत इस साल कोरोना बीमारी से हो गई। अब उस विधवा के साथ एकमात्र बेटी है। स्वजन समाज ने उनसे मिलकर हिम्‍मत बंधाई। समाज की ओर से आर्थिक मदद दी गई। वहीं बिटिया की आगे की पढ़ाई के लिए समाज की ओर से हर संभव मदद दिए जाने का भरोसा दिया गया। अभी वह इंटर पास है। स्वजन समाज की समिति ने आगे भी आर्थिक मदद व पारिवारिक जीवन में अन्य समस्याओं पर उसके निदान के लिए पीड़िता का बैंक एकाउंट नंबर एवं मोबाइल फोन नंबर ले लिया गया है । ताकि उन्हें समय-समय पर मदद दी जा सके। रंजीत कुमार ने बताया कि विधवा व उसकी बेटी को मदद दिलाने के लिए विधान परिषद के सभापित अवधेश नारायण सिंह से भी बात की गई है। वह भी इस परिवार को मदद करेंगे। साथ ही जिला प्रशासन, आरा से मिलकर पीड़िता को हर संभव मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

गांव के लोगों के साथ बैठक कर समिति सदस्यों ने की मदद की अपील

आरा जिला के नरही गांव पहुंची समिति ने गांव के लोगों से भी विधवा को मदद की अपील की। गौरतलब है कि पिछले दिनों आरा की इस दुखियारी विधवा व उसकी बेटी की बदहाली की खबर अखबार में छपी थी। जिसके बाद गया शहर में सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे स्वजन समाज ने उस पीड़िता के घर पहुंचकर मदद करने की सोच बनाई। अखबार में छपी उस खबर को पढ़कर समाज के सुमन कुमार काफी आहत हुए थे। जिसके बाद शुक्रवार को उनके साथ तीन अन्य लोग आरा जिला के नरही गांव पहुंचकर पीड़िता से बातचीत की। पीड़िता का गांव जिला मुख्यालय आरा से 9 किमी. दूर चांदी थाना क्षेत्र में है।

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