गया में यूरिया खाद की किल्लत से किसान परेशान, सुबह चार बजे से ही लग जाती कतार
गया जिले के आमस प्रखंड में खाद की भारी किल्लत है। प्रखंड के किसान परेशान हैं। खाद की इतनी ज्यादा किल्लत है कि प्रखंड में खाद सेंटरों पर सुबह चार बजे से ही किसान लाइन में लग रहे हैं फिर भी कई किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा
आमस (गया), संवाद सूत्र। इन दिनों गया जिले के आमस प्रखंड में खाद की भारी किल्लत है। जिसके कारण प्रखंड के किसान परेशान हैं, किसानों को अब यह भी चिंता सताने लगी है कि समय पर खाद उपलब्ध नहीं हुआ तो उनकी धान के फसल को काफी नुकसान हो सकता है और इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ सकता है।
खाद की इतनी ज्यादा किल्लत है कि प्रखंड में खाद सेंटरों पर सुबह चार बजे से ही किसान लाइन में लग रहे हैं और तो और कई किसान दूसरे प्रखंड से भी यहां खाद को लेकर लाइन में खड़े दिख रहे हैं। भीड़ ज्यादा बढ़ने की वजह से और खाद की भरपूर आपूर्ति नहीं होने की वजह से आए दिन खाद डीलरों के साथ बक झक हो रहा है व हंगामा हो रहा है। यही कारण है कि पिछले दो दिनों से प्रखंड के किसान सड़क जाम कर सरकार का विरोध कर रहे हैं व खाद की मांग कर रहे हैं। मालूम हो कि विगत 15 व 16 सितंबर को कई पंचायत के किसानों ने बुधौल में जीटी रोड जाम कर दिया था। जिसके बाद प्रशाशन के कड़ी मशक्कत के बाद समझा बुझाकर सड़क जाम हटाया गया था । किसान हमेशा से यह भी आरोप लगाते आ रहे हैं कि खाद की कालाबाजारी हो रही है।
किसानों ने क्या कहा
मुन्नी देवी (झरि), सुखी देवी (झरि), बड़हन पासवान (नादीयाइंन), पवन कुमार, वृजनन्दन सिंह, कृष्ण प्रसाद,चमारी प्रसाद, वीरेंद्र यादव सहित अन्य किसानों ने कहा वह सुबह चार बजे से ही सेंटर पर लाइन लगाकर भूखे प्यासे खड़े रहे हैं । बारिश के मौसम और तेज गर्मी में वह दिन दिनभर यूरिया खाद की उम्मीद लगाए खड़े रहते हैं, लेकिन खाद की कमी के कारण कुछ ही किसान को खाद मिल पाता है। खाद की किल्लत प्रखंड में कई दिनों से है। सरकार खाद के किल्लतों को लेकर अंधी बनी बैठी है, प्रखंड के आधिकारियों ने भी अब चुप्पी साध रखी अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं पर होता कुछ भी नहीं है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया आज प्रखंड के चार केंद्रों पर खाद वितरण किया जा रहा है जिसमें करीब 1 हजार बोरा खाद आज बांटा गया है। खाद की कमी कब तक रहेगी यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह खाद की कमी ऊपर से ही है इसमें उनका कोई कसूर नहीं है। जबतक ऊपर से इस कमी को दूर नहीं किया जाता है तबतक स्थिति ऐसे ही बनी रहेगी।