कोरोना काल में भी यात्री किराया से रोजाना ढाई लाख की आमदनी, नए सर्कुलेटिंग एरिया को सजाने-संवारने का काम शुरू

कोरोना काल में भी स्थानीय रेलवे स्टेशन से विभाग को रोजाना औसतन ढ़ाई लाख की आमदनी हो रही है। आदर्श की श्रेणी में शामिल सासाराम रेलवे स्टेशनों को आमदनी के अनुरूप से विकसित करने का भी काम जारी है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 05:09 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 05:09 PM (IST)
कोरोना काल में भी यात्री किराया से रोजाना ढाई लाख की आमदनी, नए सर्कुलेटिंग एरिया को सजाने-संवारने का काम शुरू
कोरोना काल में भी यात्रियों से कमा रहा रेलवे। जागरण आर्काइव।

सासाराम, जेएनएन। कोरोना काल में भी स्थानीय रेलवे स्टेशन से विभाग को रोजाना औसतन ढ़ाई लाख की आमदनी हो रही है। आदर्श की श्रेणी में शामिल सासाराम रेलवे स्टेशनों को आमदनी के अनुरूप से विकसित करने का भी काम जारी है। कोरोना काल में न तो विकास का पहिया थमा न यहां से आमदनी का सिलसिला रूका। कोरोना व लॉकडाउन के कारण जहां 23 मार्च से 31 मई तक यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा, वहीं यहां से दूसरे शहरों को भेजे जाने वाले सरकारी खाद्यान्न से विभाग को अच्छी खासी आमदनी हुई थी।

अधूरे विकास कार्य पूरा कराने की मांग

यात्री सुविधा से संबंधित अधूरे पड़े कार्य को शीघ्र पूरा कराने की मांग पुलिस पब्लिक हेल्प लाइन के सदस्यों ने रेलवे अधिकारियों से की है। सदस्यों ने कहा कि डेढ़ साल से फुटब्रिज का काम अधर में लटका है, जबकि स्वचालित सिढ़ी लगाने का भी कार्य शुरू नहीं हो सका है। जबकि ट्रेन ठहराव के हिसाब से आमदनी में भी यह स्टेशन पीछे नहीं है। नए सर्कुलेटिंग एरिया का हो रहे मस्टिंग कार्य सही तरीके से नहीं होने के कारण बरसात के मौसम में जल जमाव की प्रबल संभावना है। जिससे यात्रियों को फुटब्रिज से उतरकर बाहर निकलने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

दर्जन भर ट्रेनों का होता है ठहराव

एक जून से कोविड-19 स्पेशल ट्रेनों के परिचालन से रेलवे को सासाराम स्टेशन से यात्री किराया के रूप में रोजना अमूमन ढ़ाई लाख रुपये की आमदनी हो रही है। जबकि यहां पर फिलहाल दर्जन भर स्पेशल ट्रेन का ठहराव हो रहा है। वहीं नए सर्कुलेटिंग एरिया को और बेहतर बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। जबकि प्लेटफार्म पर नये कोच इंडिकेशन बोर्ड लगाने का भी कार्य प्रारंभ किया गया है। कोविड-19 व पूजा-त्योहार स्पेशल के रूप में जिन ट्रेनों का ठहराव यहां पर वर्तमान में हो रहा है, उसमें गया-चेन्नई एग्मोर, हावड़ा-जोधपुर, हावड़ा-नईदिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, धनबाद-लुधियाना गंगा सतलज एक्सप्रेस, कोलकता-अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस, पटना-भभुआ रोड इंटरसिटी, गोरखपुर-शालीमार एकक्सप्रेस, पुरूषोत्तम, महाबोधी एक्सप्रेस, नंदन-कानन, नीलांचल, सासाराम-रांची इंटरसिटी शिप्रा, संबलपुर-मड़ुवाडीह एक्सप्रेस प्रमुख रूप से शामिल है।

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