मानसून के आगमन के बाद भी शहर में नहीं हुई नाले की सफाई
गया बरसात को देखते हुए शहर में नाले की सफाई नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। नाले की सफाई करीब डेढ़ महीने से चल रहा है। लेकिन अभी तक पूरी तरह से नाले की सफाई नहीं हुई है। शहर में स्थित छोटे एवं बड़े नाले की सफाई हो रही है।
गया : बरसात को देखते हुए शहर में नाले की सफाई नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। नाले की सफाई करीब डेढ़ महीने से चल रहा है। लेकिन अभी तक पूरी तरह से नाले की सफाई नहीं हुई है। शहर में स्थित छोटे एवं बड़े नाले की सफाई हो रही है। जिससे बारिश होने से जलजमाव की स्थिति शहर में नहीं बने। नाले की सफाई में नगर निगम करीब सवा दो करोड़ रुपये की राशि खर्च करेगी। नगर निगम नाले की सफाई को लेकर 1.98 करोड़ रुपये की राशि से मशीन की खरीदारी की है। जिससे बड़े-बड़े नाले की सफाई हो रही है। लेकिन छोटे नाले की सफाई मजदूर लगाकर किया जा रहा है। लेकिन अभी एक भी बडे नाले की सफाई पूरी तरह से नहीं हुई है। साथ ही मानसून का भी आगमन हो गया है। पूरी तरह से सफाई नहीं होने से तेजी बारिश में शहर में जलजमाव की समस्या बन सकती है। वहीं सफाई नोडल पदाधिकारी दिनकर प्रसाद का कहना है कि शहर में छोटा और बड़ा 326 नाले है। जिसमें छोटा नाली की सफाई पूरी तरह से हो गई है। सिर्फ बडे नाले की सफाई में पूरी तरह तरह से नहीं हुआ है। एक सप्ताह में नाले की सफाई पूरी तरह से हो जाएगा।
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कितना फीसदी हुई सफाई नाला का नाम - फीसदी
मनसरवा नाला - 70
नादरागंज नाला - 50
इकबाल नगर नाला - 90
राजेंद्र आश्रम नाला - 50
कुजापी नाला - 50
वागेश्वरी नाला - 90
बॉटम नाला - 70
पइन नाला - 60
सिद्धार्थपुरी नाला - 50
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नाले की सफाई में खर्च नाले और नाली की संख्या - 326 रुपये
सफाई में खर्च - 2.22 करोड़ रुपये
सफाई का कार्य प्रारंभ - 8 मई से
सफाई में मजदूर - 90 हजार
मशीन की संख्या - 03