आयकर दाता होकर भी ले लिया था पीएम किसान सम्‍मान निधि का पैसा, अब लौटाने में अानाकानी

नोटिस के बावजूद जिले के आयकर दाताओं की किसान सम्मान निधि लौटाने में रुचि नहीं। हालत यह है कि 1124 में से 300 ने ही अब तक रुपये जमा किए हैं। जिले के आयकर दाता खुद को किसान बता ले रहे थे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 02:06 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 02:06 PM (IST)
आयकर दाता होकर भी ले लिया था पीएम किसान सम्‍मान निधि का पैसा, अब लौटाने में अानाकानी
गलत तरीके से लिया गया पीएम किसान सम्‍मान योजना का लाभ। प्रतीकात्‍मक फोटो

जागरण संवाददाता, गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना का गलत तरीके से लाभ लेने वाले अब रुपये नहीं लौटा रहे हैं। भारत सरकार ने इस संबंध में तीन माह पहले अपात्र पाए गए सभी लोगों को नोटिस किया था। जल्द रुपये लौटाने को कहा था। लेकिन स्थिति यह है कि गया जिले में चिह्नित 1124 में से महज 300 लोगों ने ही सरकार को योजना की राशि लौटाई है। जिले के सैकड़ों संपन्न लोगों ने योजना का लाभ ले लिया था।जब आयकर दाताओं की पहले से उपलब्ध सूची को आधार नंबर से लिंक किया गया तो अपात्र लाभुकों की हकीकत सामने आ गई। सूचीबद्ध आयकर दाता जो किसान बनकर लाभ ले रहे थे उनकी कलई खुल खई। गौरतलब है कि फरवरी 2019 में यह योजना शुरू की गई थी। उसी साल से लाभुक किसानों को तीन अलग-अलग किस्त में रुपये दिए जा रहे हैं। योजना में लाभुक को छह हजार रुपये केंद्र सरकार देती है। रुपये बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं। जानकारी के मुताबिक अनेक अपात्र किसानों ने योजना अनुसार 6 से 12 हजार रुपये ले लिए हैं। जिन्हें अब वापस करना है।

कृषि निदेशक के अकाउंट में जमा कराने हैं रुपये

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने कहा कि जिन भी आयकर दाताओं को तीन माह पहले नोटिस किया गया है वे सभी कृषि निदेशक, बिहार पटना के अकाउंट में अविलंब राशि जमा कराएं। रुपये नहीं जमा कराने वालों पर सरकार की पैनी नजर है। वे बच नहीं सकते। पूर्व में सरकार ने भारत कोष में रुपये जमा कराने को कहा था। बाद में कृषि निदेशक के अकाउंट में रुपए जमा कराने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि सरकारी कर्मी, निगम कर्मी, पेंशन कर्मी व अन्य सरकारी लाभ ले रहे कर्मियों को इस तरह की योजना का लाभ नहीं लेना चाहिए। दस हजार से अधिक मासिक आमदनी वाले पेंशनधारी या वेतनभोगी को यह लाभ नहीं लेना है। आर्थिक रूप से कमजोर किसानों के लिए यह योजना है।

कहीं पति-पत्‍नी तो कहीं रिटायर्ड शिक्षक ने ले लिया था लाभ

जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कई ऐसे मामले आए हैं जिसमें पति-पत्‍नी ने दो अलग-अलग जगहों से योजना का लाभ ले लिया। जबकि किन्हीं एक को ही योग्यता के अनुसार योजना का लाभ लेना है। एक मामला हाल ही में आया जिसमें एक रिटायर्ड शिक्षक ने भी गलत तरीके से योजना का लाभ लिया। डेल्हा के एक ऐसे ही रिटायर्ड शिक्षक को रुपये वापस करने के लिए हाल ही में नोटिस किया गया है। जिले में 124 अपात्र लोगों का योजना लाभ हाल ही में रद किया गया। इनमें से भौतिक सत्यापन में कई लोगों का निधन हो गया है। 61 लोग अपात्र पाए गए हैं। इन सभी का लाभ रद किया गया।

रुपये तो हर हाल में वापस करने होंगे

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने कहा कि जो भी योजना में अपात्र पाए गए हैं उन सभी को रुपये वापस करने हैं। जो रुपए वापस नहीं करेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। जिले भर में लगातार प्रखंड स्तर पर अपात्रों की पहचान के लिए जांच की जा रही है। रुपए वापस करने वालों को यूटीआर नंबर व ट्रांजक्शन आईडी के साथ डिटेल कार्यालय में जमा कराना है। ताकि रिपोर्ट की जा सके।

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