चार वर्षों तक दौड़ लगाने पर भी जब नहीं बनी सड़क तब ग्रामीण ने CM नीतीश कुमार के दरबार में लगाई गुहार

करीब एक हजार आवादी वाले तीन बसावटों को बारहमासी पक्की सडक से जोड़ने के लिए विभाग दर विभाग चार वर्षो तक दौड़ लगाने के बाद भी जब सड़क नहीं बनी। तब ग्रामीण को सड़क बनाने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगानी पड़ी।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 01:44 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 03:11 PM (IST)
चार वर्षों तक दौड़ लगाने पर भी जब नहीं बनी सड़क तब ग्रामीण ने CM नीतीश कुमार के दरबार में लगाई गुहार
गुरारु-रफीगंज मुख्य सड़क पर ऐसी जाते हैं लोग। जागरण।

संवाद सूत्र, गुरारू (गया)। करीब एक हजार आवादी वाले तीन बसावटों को बारहमासी पक्की सडक से जोड़ने के लिए विभाग दर विभाग चार वर्षो तक दौड़ लगाने के बाद भी जब सड़क नहीं बनी। तब ग्रामीण को सड़क बनाने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगानी पड़ी।

मामला गया जिले के गुरारू प्रखंड के कोंची पंचायत में स्थित केखड़ा गांव के टोला मुल्हर विगहा व वरोरह पंचायत में स्थित वरोरह गांव के टोला अलीगंज व तरौची गांव के टोला धाना विगहा को केरकी मोड़ के पास गुरारु-रफीगंज मुख्य सड़क से लेकर रौदा गांव के प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क तक बारहमासी पक्की सड़क से जोड़ने का है। यूं तो राज्य सरकार ने सड़क निर्माण में राज्य भर में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन, विभागीय अधिकारियों द्वारा सच्चाई छुपाने से मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया।

विभागीय टालमटोल से उब कर अलीगंज के ग्रामीण उदय कुमार सोमवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सड़क निर्माण कराने के लिए पहुंच गए। उदय ने बताया है कि गुरारू -रफीगंज मुख्य सड़क में स्थित केरकी मोड़ के सामने से रौदा मोड़ तक उक्त सड़क की निर्माण कराने की मांग उन्होंने मुख्यमंत्री से की है।

उदय ने बताया है कि उक्त सड़क का निर्माण नहीं होने से धाना विगहा, मुलहर विगहा, अलीगंज बरसात के दिनों में टापु के समान हो जाता है। उदय ने बताया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक वीडियो भी दिखाया है। जिसमें हाल ही में थोड़ी सी बारिश होने पर हालात यह हो गया था कि मुल्हर विगहा के रंधीर कुमार के विवाह के बाद नवविवाहिता को सुदर्शन विगहा गांव के पास चार पहिया वाहन से उतारकर खाट को डोली बना मुलहर विगहा घर तक लाना पड़ा था।

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