शेरघाटी में फुटपाथ पर अतिक्रमण से लगता है जाम
गया। शेरघाटी नगर परिषद का मुख्य मार्ग नई बाजार मोड़ से काली मंदिर चौराहा होते हुए डाकबंगला को जाने वाली सड़क अतिक्रमण से कराह रही है। सड़़क के दोनों किनारा फुटपाथी दुकानदारों के कब्जा जमा रखा है।
गया। शेरघाटी नगर परिषद का मुख्य मार्ग नई बाजार मोड़ से काली मंदिर चौराहा होते हुए डाकबंगला को जाने वाली सड़क अतिक्रमण से कराह रही है। सड़़क के दोनों किनारा फुटपाथी दुकानदारों के कब्जा जमा रखा है। यहां की स्थिति देखकर यह प्रतीत होता है कि फुटपाथ दुकानदारों ने कब्जा जमाते हुए यह नारा दे दिया है कि यह फुटपाथ हमारा है। नगर परिषद द्वारा फुटपाथी दुकानदारों को हटाने और बसाने का काम चलता रहता है।
सब्जी दुकानदार मोहम्मद हनीफ, फल विक्रेता पप्पू प्रसाद, मेनन आदि बताते हैं कि नगर परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष हटाने का अभियान चलाया जाता है। कोरोना काल के समय सभी फुटपाथी दुकानदारों को नगर पंचायत कार्यालय के पीछे सब्जी बाजार लगाने का आदेश दिया गया था। सब्जी एवं फल दुकानदारों ने नगर परिषद के समीप दुकानें लगाई थीं परंतु कुछ ही दिनों के बाद आदेश शिथिल हो गया। एक बार फिर फुटपाथ पर रहने वाले दुकानदार अपनी जगह पर कायम हो गए हैं। दुकानदारों ने यह भी बताया कि वर्षों से कुछ दुकानदार फुटपाथ पर एक निश्चित स्थान पर कब्जा जमा कर बैठे हैं। सचमुच में वह स्थान या फुटपाथ उनका माना जाता है। कोई बाहरी सब्जी या फल विक्रेता आता है तो नियमित रूप से फुटपाथ दुकान लगाकर बिक्री करने वालों की जगह छोड़कर ही बैठता है। ऐसा नहीं करने पर बाहर से आए लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इसलिए फुटपाथ का वह जगह दुकानदार का माना जाता है।
फुटपाथी दुकानदारों की वजह से आवागमन में काफी कठिनाई होती है। मुख्य मार्ग में दिन के 12 घंटे में दर्जनों बार जाम की स्थिति बनती है। मुख्य मार्ग से वीआइपी से लेकर पदाधिकारी, नेता गुजरते हैं। इसके बावजूद समस्या का स्थाई समाधान ढूंढ़ा नहीं जा रहा है।
एसडीओ अनिल कुमार रमन ने बताया कि नगर के मुख्य मार्ग पर जाम और अतिक्रमण की स्थिति बरकरार है। नगर परिषद के अधिकारियों से इस संबंध में बात की गई है। नियमित कार्यपालक नहीं होने के कारण अतिक्रमण हटाने में बाधाएं आ रही हैं। नगर के मुख्य मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराना है ताकि आवागमन सुचारू रूप से हो सके।