नाबालिग लड़की को झांसा दे मक्‍के के खेत में ले जाकर किया गंदा काम, गया में फिर ऐसे हुई ओझा की खातिरदारी

गया के इमामगंज प्रखंड के कोठी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ झाड़ फूंक करनेवाले अधेड़ ने दुष्‍कर्म किया। दिव्‍यांग लड़की का पांव ठीक करने का झांसा देकर उसने इस कुकृत्‍य को अंजाम दिया। ग्रामीणों ने उसे जमकर पीटा लेकिन वह भाग निकला।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:44 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 05:38 PM (IST)
नाबालिग लड़की को झांसा दे मक्‍के के खेत में ले जाकर किया गंदा काम, गया में फिर ऐसे हुई ओझा की खातिरदारी
दिव्‍यांग के साथ अधेड़ ने किया दुष्‍कर्म। प्रतीकात्‍मक फोटो

इमामगंज (गया), संवाद सूत्र। प्रखंड के कोठी थानांतर्गत एक गांव में एक झाड़फूंक करनेेवालेे अधेड़ ने नाबालिग के साथ दुष्‍कर्म (Misdeed) किया। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी मिलने पर उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग निकला। इस मामले में पीड़ि‍ता ने थाने में इसकी शिकायत की है। इस घटना से उस ओझा की पोल भी खुल गई है।

मक्‍के के खेत में ले जाकर किया दुष्‍कर्म

बताया जाता है कि आरोपित का नाम रतन दास है। वह ओझा-गुणी का काम करता है। गांव की एक लड़की दिव्‍यांग है। उसका पांव खराब है। उस नाबालिग को स्‍वजन उसके पास इस उम्‍मीद से ले गए कि वह चमत्‍कार कर देगा। बेटी का पांव ठीक हो जाएगा। उसपर सबका विश्‍वास था। इसी विश्‍वास का फायदा उसने उठाया। दिव्‍यांग लड़की को घर से कुछ ही दूरी पर मक्‍का के खेत में ले गया। वहां उसने उसके साथ दुष्‍कर्म किया। इसके बाद फरार हो गया।

गांव के लोगों ने जमकर की पिटाई

घटना से आहत किशोरी ने घर आकर परिवार के लोगों को इसकी जानकारी दी तो वे सन्‍न रह गए। बात फैलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए। वे रतन दास को ढूंढते हुए उसके ठिकाने पर पहुंचे। वहां जमकर उसकी पिटाई कर दी। हालांकि सूचना के बाद जब तक पुलिस पहुंचती वह चकमा देकर भाग निकला। इस बाबत कोठी थाने में आरोपित ओझा रतन दास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। कोठी थानाध्यक्ष अवध किशोर ने बताया कि पीड़‍िता को गया महिला थाना भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आधुनिकता और वैज्ञानिक इस युग में ओझा-गुणी के चक्‍कर में पड़कर लोग अपना समय, धन सबकुछ बर्बाद करते हैं। बीमार होने पर भी वे डॉक्‍टर की जगह ऐसे ठगों के पास पहुंच जाते हैं। वहां बर्बादी के सिवा कुछ  नहीं मिलता। यहां भी ऐसा ही हुआ। चमत्कार की आस में बैठे स्वजनों को बाद में गलती का अहसास हुआ।

chat bot
आपका साथी