पांव फिसलने से पुनपुन नदी में गिरे अधेड़ की डूबने से मौत, मछली मारने की बात कहकर निकले थे घर से
औरंगाबाद के गोह प्रखंड क्षेत्र में एक अधेड़ की पुनपुन नदी में डूबने से मौत हो गई। वह मछली मारने के लिए गया था इसी दौरान पांव फिसलने से नदी में गिर पड़ा। दो घंटे बाद शव बरामद किया जा सका।
जेएनएन, औरंगाबाद /गया। गोह प्रखंड के उपहरा थाना क्षेत्र के हमीदनगर निवासी अधेड़ की पुनपुन नदी में डूबने से मंगलवार सुबह मौत हो गई। मृतक 50 वर्षीय मनोज चौधरी थे। मशक्कत के बाद उनका शव बाहर निकाला जा सका। घटना के कारण मातम पसर गया है। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्वजनों ने बताया कि मनोज चौधरी सुबह करीब साढ़े तीन बजे मछली मारने की बात कह घर से निकले थे। सुबह गांव वाले उधर गए तो देखा कि नदी किनारे मनोज का शव पड़ा हुआ है। लोगों ने बताया कि उस वक्त उसकी सांस चल रही थी। इसकी सूचना स्वजनों को दी गई। दौड़े पहुंचे स्वजनों ने पीएचसी में भर्ती कराया। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मनोज पर ही परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी थी। उसके कुल नौ बच्चे हैं। इनमें छह लड़कियां और तीन लड़के हैं।
तीन दिन पूर्व डूबे मछुआरे का नहीं मिला शव- गया के कोंच प्रखंड में उतरेन पंचायत के पाली गांव मछली मारने के दौरान डूबे मछुआरे का शव 48 घंटे बाद भी बरामद नहीं किया जा सका है। सोमवार शाम तक पटना से आए गोताखोरों ने नदी में तलाश की लेकिन पता नहीं चल सका। मंगलवार सुबह से तालाब किनारे लोगों की भीड़ जुटी रही। लेकिन दोपहर तक सफलता नहीं मिल पाई थी।
मालूम हो कि लखन मल्लाह गांव के तालाब में तीन-चार लोगों के साथ घुसा था। इसी क्रम में डूब गया। यह देख उसके साथी भाग निकले। बाद में पुलिस पहुंची। एनडीआरएफ की टीम भी आई। लेकिन रविवार शाम से लेकर सोमवार तक लखन मल्लाह का पता नहीं चल सका है। इधर स्वजनों में मातम पसरा हुआ है। लखन के चार पुत्र सिकंदर मल्लाह, प्रभु मल्लाह, शिवनाथ मल्लाह व अरुण मल्लाह समेत अन्य स्वजन तालाब के किनारे ही इंतजार करते रहे। रो-रोकर उनकी आंखें सूज गई हैं।