बस स्टैंड में यात्री व वाहन कर्मियों तक नहीं लगाए रहते मास्क

गया कोरोना संक्रमण गया शहर में काफी तीव्र गति से अपना पांव फैला रहा है। कोविड-19 की जांच में प्रतिदिन काफी संख्या में महिला-पुरुष संक्रमित पाए जा रहे हैं। जिसके कारण लोगों में भय व्याप्त है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 11:45 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 06:00 AM (IST)
बस स्टैंड में यात्री व वाहन कर्मियों तक नहीं लगाए रहते मास्क
बस स्टैंड में यात्री व वाहन कर्मियों तक नहीं लगाए रहते मास्क

गया : कोरोना संक्रमण गया शहर में काफी तीव्र गति से अपना पांव फैला रहा है। कोविड-19 की जांच में प्रतिदिन काफी संख्या में महिला-पुरुष संक्रमित पाए जा रहे हैं। जिसके कारण लोगों में भय व्याप्त है। लेकिन काफी भीड़भाड़ वाला सिकडिया मोड़ बस स्टैंड में यात्री एवं वाहन कर्मियों में कोरोना संक्रमण का भय नहीं दिखता। बस स्टैंड में दर्जनों यात्री एवं वाहन कर्मी मास्क नहीं लगाए रहते। जिसके कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना प्रबल बनी रहती। वैसे लोगों को सुझाव देने की व्यवस्था सरकारी स्तर पर कहीं नहीं दिखता।

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²श्य 1

11 बजे सिकड़िया मोड़ बस स्टैंड में गया से सासाराम जाने की बस खड़ी थी। गेट पर बगैर मास्क लगाए कंडक्टर यात्रियों को टिकट देकर पैसा ले रहा था। कई यात्री बिना मास्क लगाए बस पर चढ़कर सीट ग्रहण कर रहे थे। एक यात्री से पूछा की आप के पास मास्क नहीं है। उसने जवाब तो नहीं दिया लेकिन जेब से झट से मास्क निकाली और चेहरे पर लगा लिया। कुछ खड़े होकर एक दूसरे से बातचीत कर रहे थे। एक यात्री ने कहा कि गया में कोरोना काफी तेजी से फैल रहा है। इसके गाइड लाईन का पालन सभी लोगों को अवश्य करना चाहिए। ऐसी बात सुनते ही कई यात्री मास्क तो कई लोग रूमाल से चेहरा ढ़कने लगे।

2 ²श्य

11: 30 में बस स्टैंड के अंदर यात्री शेड के आसपास में गंदगी लगी थी। फिर भी धूप से राहत के लिए यात्री कुछ बैठे तो कुछ खड़े थे। अधिकांश यात्री मास्क नहीं लगाए हुए थे। एक यात्री से पूछा कि आपको कोरोना से भय नहीं लगता। तो उसने कहा कि कोरोना का प्रकोप दिनों-दिन बढ़ रहा है। इतने में एक गुमटी में टंगे मास्क पर उसकी नजर पड़ी। वह तुरंत वहां पहुंचा और मास्क खरीदकर लगाया। उसने कई लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी। इसी बीच एक बुर्जग पहुंचे। जिन्हें गुरूआ जाना था। वे बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर लोगों को कई सुझाव देने लगे। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड में एक स्वास्थ्य शिविर लगी रहती तो यात्रियों के हक में काफी बेहतर होता। यहां दिल्ली, मुम्बई, फरिदावाद, गुजरात, सूरत से भी लोग ट्रेन से आकर अपने घर जाने के लिए बस पकड़ने आते हैं। ऐसे में यहां कोरोना फैलने की काफी संभावना बनी है। इस पर जिला प्रशासन को अवश्य ध्यान देना चाहिए।

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12 बजे बस स्टैंड के मुख्य गेट के समीप कई फल दुकान सजी थी। ग्राहक फल खरीद रहे थे। लेकिन कोरोना का भय तनिक भी दिखता। न तो दुकानदार मास्क लगाए हुए थे। और न ग्राहक । यहां का फोटो खींचने लगा तो फल खरीद रहे एक ग्राहक झट से जेब से रूमाल निकालकर लगा लिया। वहीं एक ठेले पर जूस बेचने वाले से पूछा कि आप मास्क नहीं लगाए हुए हैं। तो उसके कहा कि कल मास्क अवश्य लगाएगें। कई ग्राहकों ने भी आज मास्क लगाने की बात कही। मास्क नहीं लगाने के बजह से कई ग्राहक हमारे यहां जूस नहीं पीकर मास्क लगाने वाले के यहां जाकर जूस पिया। इसलिए कल से मैं अवश्य मास्क लगाकर आऊगा।

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