गया के डीएम का फरमान, मार्च का वेतन चाहिए तो जमा करें वैक्सीन की दूसरी डोज लेने का प्रमाणपत्र
गया के डीएम ने पत्र जारी कर कहा है कि सरकारी कर्मचारियों का मार्च महीने का वेतन तब ही मिलेगा जब वे कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने का प्रमाणपत्र देंगे। डीएम के इस आदेश से खलबली मच गई है।
गया, जागरण संवाददाता। फ्रंटलाइन व हेल्थ वर्कर्स (Frontline and Health Workers) को कोरोना की दोनों डोज (Covid Vaccine Two Dose) नहीं लेने पर मार्च माह वेतन का संकट आ सकता है। दरअसल गया के जिला प्रशासन की ओर से आदेश जारी किया गया है कि दोनों डोज नहीं लेने वाले फ्रंटलाइन एवं हेल्थ वर्कर्स के वेतन पर रोक लगा दी जाए। इस आदेश से कर्मचारियों में खलबली मच गई है। ट्रेजरी में वेतन आने के बाद भी उन्हें भुगतान नहीं हो पा रहा है।
वेतन चाहिए तो प्रस्तुत करें दूसरी डोज का प्रमाणपत्र
20 अप्रैल को गया के डीएम के हस्ताक्षर से जारी पत्र में जिलास्तरीय पदाधिकारी, निकासी एवं व्ययन पदाािकारी को निर्देश दिया गया है कि फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर्स कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लिए जाने संबंधी प्रमाणपत्र अपने अधिकारी के पास जमा करेंगे तब ही उन्हें मार्च महीने का वेतन मिल सकेगा। इस पत्र के अनुसार तीन दिनोंं में ही वह प्रमाणपत्र जमा करना था। पत्र में कहा गया है कि पहली डोज का कागजात दिखाकर कुछ कर्मचारी वेतन उठा रहे हैं। यह अनुचित और आदेश का उल्लंघन है। पत्र में यह भी कहा गया है कि गया जिले में दूसरी डोज लेने वालों की संख्या कम है। इधर बताया जाता है कि कुछ विभागों के कर्मी ऐसे हैं जिनलोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है। इनमें से कई 45 से कम उम्र के हैं।
कोरोना काल में वेतन रुका तो हो सकती है समस्या
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन की दिशा में जिला प्रशासन गंभीर है। ऐसे में इस तरह का आदेश वैक्सीनेशन की गति को बढ़ावा देने वाला तो हो सकता है लेकिन इससे कई कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक संकट भी आ सकता है। खासकर कई ऐसे कर्मचारी हैं जाे कोरोना संक्रमित हैं। या उनके परिवार के सदस्य इसकी चपेट में हैं। ऐसे में उनके लिए जिला प्रशासन का यह फरमान कष्टदायक होगा। डीडीसी सुमन कुमार का कहना है कि आदेश आने के बाद उन्होंने अपने मातहत सभी कर्मियों का दूसरे डोज का प्रमाणपत्र ट्रेजरी में जमा करवा दिया था। इधर कुछ कर्मियों ने बताया कि अचानक से इस आदेश की वजह से हमें परेशानी होगी।