दाउदनगर उप कारा के बंदी की मौत मामले में डीएम व एसपी ने की जांच
औरंगाबाद। डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने सोमवार को दाउदनगर उप कारा और अनुमंडलीय अस्पताल का दौरा किया। दाउदनगर उप कारा में बीते शुक्रवार की आधी रात हुई जहानाबाद के बंदी गोविद मांझी की इलाज के दौरान मौत के मामले की जांच करने गए थे। महत्वपूर्ण है कि बंदी की मौत के बाद उसके थाना क्षेत्र परसविगहा में बड़ी घटना घटी। विरोध प्रदर्शन के दौरान भगदड़ मच गई थी जिसमें महिला हवलदार कांति देवी की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत हो गई थी। 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे।
औरंगाबाद। डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने सोमवार को दाउदनगर उप कारा और अनुमंडलीय अस्पताल का दौरा किया। दाउदनगर उप कारा में बीते शुक्रवार की आधी रात हुई जहानाबाद के बंदी गोविद मांझी की इलाज के दौरान मौत के मामले की जांच करने गए थे। महत्वपूर्ण है कि बंदी की मौत के बाद उसके थाना क्षेत्र परसविगहा में बड़ी घटना घटी। विरोध प्रदर्शन के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें महिला हवलदार कांति देवी की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत हो गई थी। 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। उपद्रवियों ने इस दौरान कई चक्र गोली भी चलाईं और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने भी चार राउंड फायरिग की थी। इस मामले में राज्य स्तर पर पुलिस प्रशासन और विधि व्यवस्था को लेकर कई प्रश्न खड़े हुए थे। इसके बाद समझा जा रहा है कि डीएम और एसपी दोनों ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की।
डीएम सौरभ जोरवाल ने इस मामले में मीडिया को सिर्फ इतना बताया के कि उन्होंने उप कारा और अनुमंडल अस्पताल में संबंधित मामले की जांच की। इससे संबंधित रिपोर्ट वे तैयार करेंगे। बताया गया कि डीएम एसपी के अलावा एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह, डीसीएलआर संजय कुमार, अपर एसडीओ प्रियव्रत रंजन भी थे। उन्होंने उपाधीक्षक डा. राजेश कुमार सिंह से बातचीत की। कई बिदुओं पर जानकारी ली। क्या है बंदी की मौत का मामला
जहानाबाद जिला के परस बिगहा थाना कांड संख्या 120/21 में गिरफ्तारी के बाद 19 जुलाई को विचाराधीन बंदी गोविद मांझी को दाउदनगर उप कारा भेजा गया था। इस उप कारा को आठ जिलों के गिरफ्तार आरोपितों को रखने के लिए क्वारेंटाइन जेल बनाया गया है। इस कारण उसे यहां भेजा गया था। इस पर शराब बनाने और बेचने का आरोप पुलिस ने लगाया था। वह शराब का एडिक्ट था। उसकी तबीयत पहले से खराब बताई गई थी। गुरुवार को उसका इलाज कराया गया था। शुक्रवार को दिनभर ठीक रहा। रात 12:30 बजे अचानक उसकी तबीयत खराब हुई थी। जेल प्रशासन उसे इलाज के लिए ले गई दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल ले गई, जहां करीब 1:30 बजे रात में उसकी मौत हो गई थी। इसी घटना के बाद उसके गांव में बवाल मचा और बड़ी घटना घटी।
निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट और एनबीएसयू भी देखा
अनुमंडलीय अस्पताल में डीएम और एसपी ने बंदी की मौत से संबंधित मामले की जांच के अलावा आक्सीजन प्लांट और एनबीएसयू यूनिट देखा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उन्होंने आक्सीजन प्लांट की कार्य प्रगति को देखा। महत्वपूर्ण है कि इस अनुमंडलीय अस्पताल में निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। अगस्त में उसके उद्घाटन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। डीएम ने यह भी देखा कि यहां बच्चे से संबंधित एनबीएसयू यूनिट कार्यरत है या नहीं।