मशरूम उत्पादन के लिए जिले का चयन
गया कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा मशरूम उत्पादन एवं विपणन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
गया: कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा मशरूम उत्पादन एवं विपणन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बामेती द्वारा बिहार के सभी 534 प्रखण्डों से पांच-पांच किसानों को मशरूम उत्पादन के लिये चयनित कर उनका क्षमता संवर्द्धन कराकर सामूहिक रूप से खेती कराये जाने की योजना है।
प्रतिभागियों से आत्मा के परियोजना निदेशक रविन्द्र कुमार ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट कार्यक्रम के अंतर्गत गया जिला का चयन मशरुम उत्पादन के लिये किया गया है। गया जिला में लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के सौजन्य से मशरुम की कैनिग प्लांट स्थापित की जा रही है। गया में उद्यान निदेशालय पटना के सहयोग से मशरुम के स्पान उत्पादन, कम्पोस्ट मेकिग एवं प्रशिक्षण की समन्वित दो इकाइयां वजीरगंज के शंकर बिगहा एवं गुरुआ के राजन में कार्यरत है। जिला में मशरुम उत्पादन के लिये आवश्यक सभी उपादन और घटक सहज रूप से उपलब्ध हैं। आयस्टर मशरुम उत्पादक किसान सूरज देव मेहता ने उत्पादन की तकनीक के बारे में बताया। वजीरगंज के शंकरबिगहा में मशरुम की समन्वित इकाई लगाने वाले सुचित कुमार ने बटन मशरुम के लिये पलटाई विधि से कम्पोस्ट तैयार के तरीके के बारे में बताया। प्रखंड उद्यान पदाधिकारी हरेन्द्र कुमार ने उद्यान विभाग द्वारा मशरुम उत्पादन के लिए सरकार द्वारा दी जा रही 90 प्रतिशत सहायता लेने के लिये नियमों एवं आवश्यक कागजातों की जानकारी दी। आहार फाउण्डेशन के अमित प्रकाश ने आयष्टर मशरुम से बनाए जाने वाले अचार, पापड, बरी आदि के लिये प्रशिक्षण एवं सहायता के विषय में चर्चा की।