गया में कम नहीं हुआ ठंड का सितम, कुहासे की चादर ओढ़े हुई सुबह की शुरुआत, सड़कों पर सन्‍नाटा

गया और आसपास के जिलों में ठंड का सितम जारी है। कनकनी इतनी है कि लोग घरों में से बाहर निकलना नहीं चाहते। दैनिक मजदूरी कर जीवनयापन करने वालों के सामने समस्‍या हो गई है। उन्‍हें काम नहीं मिल रहा।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 08:30 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 08:30 AM (IST)
गया में कम नहीं हुआ ठंड का सितम, कुहासे की चादर ओढ़े हुई सुबह की शुरुआत, सड़कों पर सन्‍नाटा
गया में ठंड से राहत पाने का प्रयास। जागरण

जेएनएन, गया। ठिठुरन भरी ठंड और कुहासे का कहर लगातार पांचवें दिन शनिवार को भी जारी रहा। कुहासे और कनकनी के साथ सुबह की शुरुआत हुई। हालांकि शुक्रवार की तुलना में कुहासा कुछ कम रहा लेकिन देर तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं। शुक्रवार का न्‍यूनतम तापमान5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। शनिवार को न्‍यूनतम तापमान करीब सात डिग्री के आसपास रहा।

मौसम के इस कहर के बावजूद प्रशासन की ओर से कहीं अलाव की व्‍यवस्‍था नहीं की गई है। इस कारण खासकर मजदूरों को काफी कष्‍ट हो रहा है। एक तो काम नहीं मिल रहा, दूसरी ओर ठंड और गलन उन्‍हें सता रही है। इधर गया शहर के समाजसेवी शिशु कुमार ने कुछ स्थानों पर अलाव की व्‍यवस्‍था की। अलाव के पास काफी लोग ठंड से राहत का प्रयास करते रहे। जदयू के नेता लालजी प्रसाद ने नगर निगम से अलाव जलाने की मांग की है। गया के पड़ोसी जिले में भी ठंड का सितम लोगों को परेशान कर रहा है। औरंगाबाद में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। कुहासे की वजह से सड़कों पर भीड़ काफी कम रही। वाहन रेंगते रहे। हादसे की आशंका से राहगीर सहमे रहे। बाइक चालकों को कुहासे ने काफी परेशान किया।

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