Kartik Purnima: मोक्षदायिनी फल्गु में श्रद्धालुओं ने किया स्नान, भगवान विष्णु के चरण चिह्न की पूजा को लगा रहा तांता
कार्तिक पूर्णिमा पर गया के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता सुबह से लगा रहा। मोक्षदायिनी फल्गु नदी में स्नान के बाद लोगों ने भगवान के चरण चिह्ण की पूजा-अर्चना की। अन्य मंदिरों में भी भीड़ रही।
जेएनएन, गया /नवादा। कार्तिक पूर्णिमा पर मोक्षदायिनी फल्गु नदी में स्नान कर भगवान श्रीविष्णु के चरण चिह्न की पूजा करने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे। सुबह सैया स्नान को लेकर देवघाट, सीता कुंड, पिता महेश्वर घाट आदि जगहों पर स्नान का सिलसिला चल रहा है। वहां श्रद्धालु स्नान कर दीपदान कर रहे हैं । वहीं विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना एवं दर्शन को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए जिला प्रशासन नगर निगम एवं विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति पूरी तरह से तत्पर है।
मंदिरों काे तरह-तरह के रंगीन लाइट एवं फूलों से सजाया गया है। साथ ही गर्भ गृह की आकर्षक सजावट की गई है। श्रद्धालु भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिह्न पर तुलसी, दूध, दही, फूल-माला चढ़ा रहे हैं। विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के सदस्य महेश लाल गुप्त ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर करीब 25000 श्रद्धालु भगवान श्री हरि विष्णु पूजा-अर्चना करेंगे। श्रद्धालुओं के अधिक भीड़ को देखते हुए चरण चिह्न पर लोहे की जाली लगा दी गई है। जाली के ऊपर से श्रद्धालु पूजा अर्चना कर रहे हैं मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन से गुजरना पड़ रहा है
नवादा में कादिरगंज और गोविंदपुर घाट पर सुबह से लगी है भक्तों की कतार
नवादा जिले में सोमवार की सुबह कार्तिक पूर्णिमा पर विभिन्न पवित्र जलाशयों में लोगों ने आस्था की डूबकी लगाई। अलसुबह ही श्रद्धालुओं की भीड़ नदी घाटों, आहर-तालाब व पोखरों पर उमड़ पड़ी थी। ठंड पर आस्था भारी पड़ रहा था। लोगों ने पवित्र सराेवरों में स्नान ध्यान कर पूजा-अर्चना कर दीप प्रवह किया। इसके बाद मंदिरों में भगवान की पूजा अर्चना किया। जिले के सभी प्रखंडों में श्रद्धा का सैलाव जलाशयों के आसपास दिखा। सकरी नदी के कादिरंगज घाट, गोविंदपुर घाट, दरियापुर घाट के पास बड़ी संख्या में श्रद्धालु दिखे। महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। नवादा नगर की महिलाएं ज्यादातर कादिरंगज के पास सकरी नदी घाट व सूर्य नारायण मंदिर मिर्जापुर के पास खुरी नदी में स्नान व दीप दान करने पहुंची। शोभ मंदिर और गोनावां सूर्य मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इसके अलावा लोग सुरक्षित वाहन से विभिन्न गंगा तटों पर भी स्नान करने के लिए अल सुबह रवाना हुए। बाढ में गंगा तट पर जाने वालों की तादाद ज्यादा रही। कोविड के कारण ट्रेनों का परिचालन कम होने के कारण काशी, प्रयाग, सिमरिया आदि गंगा घाटों के लिए पूर्व के वर्षाें की भांति श्रद्धालु नहीं जा सके।