Coronavirus: गया जिले का मृत्यु दर पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर से कम, 117 की हुई है मौत
जनप्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में डीएम ने कहा कि गया जिले में कोरोना जांच की संख्या राज्य के औसत से ज्यादा है। कोरोना से यहां का मृत्यु दर भी कम है। उन्होने कहा कि कोरोना मरीजों के समुचित उपचार के प्रबंध किए जा रहे हैं।
गया, जागरण संवाददाता। ज़िला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में गया ज़िला में कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इसके बचाव एवं सुरक्षा संबंधी कार्यों की जानकारी देने तथा सांसद, विधायक, विधान पार्षद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की सलाह/सुझाव प्राप्त करने हेतु वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया। वर्चुअल मीटिंग में जिला पदाधिकारी ने बताया कि हमेशा से जनप्रतिनिधियों का सहयोग ज़िला प्रशासन को मिलता रहा है। मुख्यमंत्री ने दो बार बैठक कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, इनसे अवगत कराने तथा आने वाले समय मे चुनौतियों का सामना करने तथा कोरोना से संबंधित किये जा रहे कार्यों की जानकारी देने एवं जनप्रतिनिधियों के सुझाव प्राप्तकरने के लिए बैैठक की गई है।
राज्य के औसत से ज्यादा गया में कराई गई जांच
ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि ज़िले में अबतक 2.22 लाख कोरोना जांच कराए गए हैं। जबकि राज्य का औसत जांच 1.8 लाख है। ज़िले में 8,328 एक्टिव केस हैं। 22,932 पॉजिटिव मामले हैं। उसमें में लगभग 14 हजार रिकवर हो चुके हैं। ज़िले में कोरोना से 117 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। ज़िला प्रशासन अधिक से अधिक जांच करा रहा है। गया ज़िला में मृत्यु दर पटना, भागलपुर एवं मुजफ्फपुर से कम है। डीएम ने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी अधिक संक्रामक है, इसीलिए अधिक सतर्कता की जरूरत है। अनुपालन कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज़िले में 94 बड़े कंंनमेंट जोन बनाये गए हैं। इनमें शहरी क्षेत्र में 45 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 49 हैं। वर्तमान में संस्थागत आइसोलेशन केंद्र में 245 व्यक्ति हैं।
पांच जगह बनाए गए हैं डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर
ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि गया में गया संग्रहालय, गया, मानपुर के भुसुंडा में अम्बेडकर छात्रावास, टिकारी/शेरघाटी/नीमचक बथानी में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाए गए हैं। उनमें लगभग 500 बेड की क्षमता है। वर्तमान में एएनएमएमसीएच में लगभग 170 लोग भर्ती हैं तथा ऑक्सीजन के साथ लगभग 200 बेड की व्यवस्था है। ज़िले में 3 शव वाहन है, बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। ज़िले में अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसके अच्छे परिणाम हमें 2-4 दिनों में देखने को मिलेंगे। प्रयास है कि ज़िले में 10 फीसद से कम पॉजिटिव संक्रमण दर रहे। ज़िला पदाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वैसे लोग जिनका ऑक्सीजन लेवल 94 से कुछ कम है, वे टिकारी तथा शेरघाटी एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर में आकर अपना ईलाज़ कराएं। वर्चुअल बैठक में उपस्थित म सांसद, विधायक, विधान पार्षद द्वारा दिये गए बहुमुल्य सुझाव के लिए ज़िला पदाधिकारी द्वारा धन्यवाद देते हुए कहा कि इन सुझाव तथा मार्गदर्शन पर प्रभावी तरीके से अमल किया जाएगा।