Cyclone Yaas ALERT: गया में यास दिखा रहा असर, आसमान में छाया अंधेरा, सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास का गया जिले में लगातार दूसरे दिन भी असर देखने को मिल रहा है। गुरुवार कि सुबह से ही आसमान पूरी तरह से बादलों से ढका हुआ है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 11:44 AM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 11:44 AM (IST)
Cyclone Yaas ALERT: गया में यास दिखा रहा असर, आसमान में छाया अंधेरा, सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश
चक्रवाती तूफान यास का गया में दिख रहा असर। जागरण।

जागरण संवाददाता, गया। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास का गया जिले में लगातार दूसरे दिन भी असर देखने को मिल रहा है। गुरुवार कि सुबह से ही आसमान पूरी तरह से बादलों से ढका हुआ है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बीच में जोर की हवा भी चल रही है।

बीते 48 घंटों से मौसम पूरी तरह से मॉनसून के जैसा हो गया है। बारिश और तेज हवा को लेकर मौसम विभाग का अलर्ट है कि आज और कल दोनों दिन लगातार इसी तरह के हालात बने हुए रहेंगे। गया में आज 70 मिलीमीटर तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। बीते बुधवार को यहां 29. 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। आज हवा की स्पीड 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक रह सकती है।

कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी डॉ जाकिर हुसैन ने चक्रवाती तूफान यास को लेकर कहा कि यह तूफान आज दोपहर बाद झारखंड के रास्ते गया तक पहुंचेगा। हवा की गति से 27 मई तक पहुंचने की संभावना है। जिले भर में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। कुछ स्थानों पर बहुत ही भारी बारिश की संभावना है। 28 मई को भी यही स्थिति रहेगी। शुक्रवार को भी तूफान का प्रभाव देखने को मिलेगा।

रात में भी रुक रुक कर होती रही बारिश

बुधवार की पूरी रात गया में रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस बीच में ठंडी हवाओं ने भी अपना प्रभाव दिखाया। ठंडी हवाओं और बारिश की वजह से लोगों को ठंड जैसी अनुभूति हो रही है। अनेक घरों में एसी- कूलर बंद हो गए हैं। लोगों को सोते समय एक हल्की चादर ओढ़ना पड़ रहा है।

शहर में कीचड़ व जलजमाव से आम जनों को परेशानी

गया शहर में बारिश होने से जगह-जगह कीचड़ और गंदगी से आम जनों को दो चार होना पड़ रहा है। अनेक जगहों पर बुडको के द्वारा जलापूर्ति के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिए जाने से काफी खराब हालात हो गए हैं। वाहन चालकों को उबड़ खाबड़ रास्तों और गड्ढों की वजह से आने-जाने में दिक्कत हो रही है।

शहर के छोटकी नवादा, बागेश्वरी, कॉटन मिल, रेलवे लोको कॉलोनी, मानपुर, माड़नपुर, डेल्हा, खरखुरा, समेत कई निचले इलाकों में जलजमाव व कीचड़ साफ तौर पर देखी जा सकती है। सुबह के समय में जरूरी काम से निकले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अभी जिस तरह के मौसम के बने रहने की संभावना है संभव है कि अगले 48 घंटे गया वासियों को बारिश के साथ ही कीचड़ और गंदगी से परेशान होना पड़े।

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