कोरोना से बचाव के लिए साहस और धैर्य की जरूरत: कुलपति

बोधगया भारत सहित दुनिया के 229 देश कोरोना संकट का मार झेल रहा है।कोरोना ने जिस प्रकार की संकट की स्थिति उत्पन्न की है उससे युद्ध की तरह लड़ाइयां लड़नी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:02 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 12:02 AM (IST)
कोरोना से बचाव के लिए साहस और धैर्य की जरूरत: कुलपति
कोरोना से बचाव के लिए साहस और धैर्य की जरूरत: कुलपति

बोधगया : भारत सहित दुनिया के 229 देश कोरोना संकट का मार झेल रहा है।कोरोना ने जिस प्रकार की संकट की स्थिति उत्पन्न की है, उससे युद्ध की तरह लड़ाइयां लड़नी होगी। इसके लिए हमें ²ढ़ संकल्प, साहस और धैर्य उत्पन्न करने के लिए जन जागरूकता उत्पन्न करने की आवश्यकता है। इसके संघात से सभी के मानसिकता पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। उक्त बातें रविवार को मगध विश्वविद्यालय कोरोना जनित संकट और जन जागरूकता विषय पर आयोजित वेबीनार में कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने कही। उन्होंने कहा की विकास की हर योजना में महामारी से निपटने की भी तैयारी की जाए। पूर्वानुमान और चेतावनी के आधार पर कार्य योजना बनानी चाहिए। जिससे हम सबों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा हो सके। मुख्य वक्ता तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि इस संकट के माहौल में जागरूकता बहुत जरूरी है। इससे पहले हम कई महामारी का सामना कर चुके हैं और इससे निजात भी पाए हैं। उन्होंने कोरोना वायरस के वैज्ञानिक पहलुओं को बहुत सरल शब्दों में स्पष्ट कर बताया।मन में हमेशा सकारात्मक विचार रखें प्रो गुप्ता ने कही कि नेचर के साथ जीने से स्वत: इम्यूनिटी बूस्टर मजबूत हो जाएंगे। मुख्य अतिथि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को जब तक पूर्णरूपेण नहीं समझ पाएंगे तब तक इससे मुक्ति पाना मुश्किल है। उन्होंने विश्वविद्यालयों में बदलते परिवेश के आधार पर नए कोर्स शुरू करने की बात कही। प्रो सिंह ने कहा कि हमें ज्यादा अपडेट होने की जरूरत है।विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा के संकायाध्यक्ष प्रो मनोज कुमार ने कहा कि वैश्विक संघ मजबूत हो या नहीं हो मानवता कायम है। उन्होंने 1974 के सामाजिक बिखराव को याद दिलाया। विशिष्ट अतिथि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज गया के चिकित्सक डॉ राहुल कुमार ने कहा की दुष्प्रचार के कारण काफी लोग भ्रमित हुए और इसका प्रभाव उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ा है उन्होंने लोगों को अफवाह से बचने की सलाह दी और कहा कि यदि किसी प्रकार की परेशानी हो तो चिकित्सक से संपर्क करें। बीमारी को हल्के में नहीं लें। वेबिनार के संचालक डॉ शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने उपादेयता पर प्रकाश डाला। हिदी विभाग के सहायक आचार्य डॉ परम प्रकाश राय ने अतिथियों का स्वागत किया तथा गृह विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ दीपशिखा ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार प्रकट किया।

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