गया में योगी आदित्यनाथ व हेमंत सोरेन को लगा दिया कोरोना टीका
टिकारी (गया। अरवल जिले के करपी के बाद अब टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व झारखंड के मुख्यमंत्री को भी कोरोना टीका लगा दिया गया है।
टिकारी (गया। अरवल जिले के करपी के बाद अब टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, एमएलए गोपाल मंडल जैसे नामचीन लोगों के नाम पर कोरोना वैक्सीन की फर्स्ट डोज देने का मामला सामने आया है। मंगलवार की दोपहर में गड़बड़ी उजागर होने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत इसकी सूचना जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अखिलेश कुमार को दी। वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन ने तुरंत सभी आइडी के पासवर्ड को चेंज कर दिया। वीडियो कांफ्रेंसिग में सिविल सर्जन व डीपीएम ने अस्पताल उपाधीक्षक व स्वास्थ्य प्रबंधक को तत्काल आइडी चेंज कर एक ही आइडी पर काम करने सहित कई अन्य निर्देश दिए। साथ ही डाटा इंट्री करने वाले ऑपरेटरों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया। पासवर्ड चेंज करने के क्रम में ही हो गई इंट्री :
करपी में धांधली सामने आने के बाद स्वास्थ्य प्रबंधक अजीत कुमार सिंह एहतियातन डाटा इंट्री के लिए संचालित सभी 30 आइडी का पासवर्ड चेंज करा रहे थे। इसी क्रम में एक डाटा ऑपरेटर रवीश कुमार ने शिकायत की कि अपनी आइडी से 15 लोगों की एंट्री किया हूं, लेकिन 21 दिखा रहा है। जब जांच की गई तो पाया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (इनके नाम के आगे चीफ मिनिस्टर लिखा है), पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, एमएलए गोपाल मंडल, रामबालक चौधरी आदि लोगों के नाम दर्ज पाए गए। कॉमन पासवर्ड बना जी का जंजाल :
जिले से सभी एएनएम के मोबाइल नंबर की आइडी व कॉमन पासवर्ड बनाकर भेजा गया था। दैनिक मजदूरी पर लगभग 30 ऑपरेटरों को रखा गया है, ताकि वैक्सीन के साथ डाटा इंट्री का कार्य तुरंत किया जा सके। सभी आइडी का एक ही पासवर्ड बनाया गया था और पासवर्ड बदलने का कोई आदेश जिले से जारी नहीं हुआ था। सभी ऑपरेटर के पास एक ही पासवर्ड होने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई। उपाधीक्षक ने साइबर क्राइम को लेकर दर्ज कराई शिकायत :
जानकारी मिलते ही उपाधीक्षक डा. विश्वमूर्ति मिश्रा ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उपाधीक्षक की शिकायत में कहा गया है कि साइबर अपराधियों ने साजिशन इस कृत्य को अंजाम दिया है। उन्होंने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। उपाधीक्षक ने बताया कि मामले की शिकायत करते हुए स्वास्थ्य प्रबंधक व ऑपरेटरों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। गलत इंट्री के लिए हैकरों ने किया वोटर आइडी कार्ड का इस्तेमाल
गया। टिकारी अनुमंडल मुख्यालय में कोविन पोर्टल पर दर्ज होने वाली इंट्री के लिए बने पासवर्ड व आइडी को हैक करने की बात सामने आई है। सिविल सर्जन डा. कमल किशोर राय ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि टिकारी में हैकरों द्वारा ऐसी कोशिश की गई। स्थानीय डाटा इंट्री आपरेटर द्वारा दोपहर दो बजे सूचना दी गई। जिसके बाद मुख्यालय ने तत्परता दिखाते हुए इसे गंभीरता से लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए टिकारी थाने में साइबर अपराधियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है। डीपीएम निलेश कुमार ने कहा कि पड़ताल में एक मोबाइल नंबर सामने आया है, उसपर बातचीत में एक शख्स ने खुद को जम्मू कश्मीर का बताया। अब तक स्पष्ट नहीं है कि इस तरह की हरकत किसने की है। जो भी गलत इंट्री की गई, उसमें दस्तावेज के तौर पर वोटर आइडी कार्ड का इस्तेमाल किया गया। आधार कार्ड के नंबर को संबंधित पोर्टल आसानी से स्कैन कर लेता है। यही कारण है कि हैकरों ने विकल्प के तौर पर वोटर आइडी कार्ड का दुरुपयोग किया। उक्त घटना के बाद सभी सेशन साइट पर पोर्टल पर इंट्री को लेकर सतर्कता व सजगता बरतने का निर्देश सिविल सर्जन की ओर से दिया गया है।