कैमूर में मंत्री मुकेश सहनी के कार्यक्रम में उड़ी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां, खुद भी नहीं पहने थे मास्क
बिहार सरकार के मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी और नेपाल के पूर्व ऊर्जा मंत्री सत्यनारायण बिंद ने भभुआ प्रखंड के सिकरा में निषाद बिंद छात्रावास का उद्घाटन किया। इस दौरान कहा कि बिंद एवं निषाद जाति के उत्थान की दिशा में कई काम किए जा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, भभुआ (कैमूर)। बिहार सरकार के मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के मंत्री व विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने भभुआ प्रखंड के सिकरा में निषाद बिंद छात्रावास का उद्घाटन किया। उनके साथ नेपाल के पूर्व ऊर्जा मंत्री सत्यनारायण बिंद भी थे। इस अवसर पर उन्होंने सभा को संबोधित कर समाज के विकास पर चर्चा की। उन्होंने मिस्टर जीरो नामक एक किताब का विमोचन भी किया।
निषाद जाति को आगे लाने का कर रहे काम
मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद जाति को आगे लाने का काम कर रहे हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई के लिए काम करना है। इस छात्रावास में 40 बच्चे पढ़ सकेंगे। मंत्री ने कहा कि पशु चिकित्सकों की कमी दूर करने पर काम किया जाएगा। कोशिश है कि सभी प्रखंडों में चिकित्सक की व्यवस्था हो पाए। विपक्ष का आरोप लगाने का काम है, वो अपना काम करता रहता है। बिहार में रोहतास के कोचस में हत्या पर मंत्री ने कहा कि अपराधियों को पकडऩे का काम पुलिस करेगी। एक अप्रैल के बाद मत्स्य विभाग की ओर से कई व्यवस्था उपलब्ध होगी। जिसमें नाव, जाल आदि पर सब्सिडी मिलेगी।
द्वापर युग से है नेपाल और भारत का संबंध
नेपाल के पूर्व उर्जा मंत्री सत्यानारायण बिंद ने कहा कि नेपाल तथा बिहार, यूपी व पश्चिम बंगाल का रहन सहन सब एक है। नेपाल का संबंध भारत से द्वापर और त्रेता युग से रहा है। केवल व्यापारिक, राजनीतिक और कूटनीतिक संबंध नहीं बल्कि रोटी और बेटी का संबंध है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रमादित्य ने तथा संचालन बिरजू ने किया। इस मौके पर भभुआ विधायक भरत बिंद, धनमन बिंद, सतलान भगवत सहित कई लोग मौजूद रहे।
मंत्री ने ही तोड़ा कोविड का नियम
जहां एक ओर सरकार की ओर से जारी कोविड को लेकर गाइलाइन के हिसाब से विभिन्न कार्यक्रमों को रद कर दिया गया। लेकिन दूसरी ओर बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी के कार्यक्रम में मंत्री के साथ-साथ जो भी मंच पर उपस्थित किसी भी अतिथि ने मास्क नहीं पहना था। फिजिकल डिस्टेंसिंग भी धज्जियां उड़ी। सभा में आए लोगों से 90 फीसद लोग बिना मास्क के कार्यक्रम में शामिल हुए।