संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगा जताया विरोध

गया कोरोना संकट के बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ बिहार व बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने अपनी मांगों को लेकर 12 मई से होम आइसोलेशन में चले जाने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:31 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:31 PM (IST)
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगा जताया विरोध
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगा जताया विरोध

गया: कोरोना संकट के बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ बिहार व बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने अपनी मांगों को लेकर 12 मई से होम आइसोलेशन में चले जाने का निर्णय लिया है। इन सभी कर्मियों की मांग है कि जिस तरह से सरकार ने नियमित स्वास्थ्य कर्मियों को 50 लाख का बीमा इस आपदा में किया है। इसी तरह से सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का भी बीमा किया जाए। संघ के जिलाध्यक्ष विमलेश कुमार ने कहा कि सरकार संविदा कर्मियों के साथ दोहरी नीति अपना रही है। भेदभाव किया जा रहा है। जबकि दूसरी लहर में कई संविदा कर्मियों की मौत हो चुकी है। कई पॉजिटिव हैं। ऐसे में दूसरे कर्मियों में भी भय व्याप्त है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि अपनी मांगों से संबंधित सभी पत्र राज्य सरकार को संघ द्वारा सौंप दिया गया है। संघ की मांग है कि सभी संविदा कर्मियों की सेवा स्थाई की जाए। वेबजह प्रताड़ित करना बंद किया जाए।

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जेपीएन के आउटडोर में काला बिल्ला लगा दिखाई एकजुटता -गुरुवार को जयप्रकाश नारायण अस्पताल की ओपीडी में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर अपनी एकजुटता दिखाई। 8 मई तक सभी संविदा कर्मी संघ वाले काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं। 12 मई से होम आइसोलेशन का निर्णय लिया गया है। यदि इन कर्मियों की हड़ताल होती है तो कोरोना की लड़ाई कमजोर पड़ेगी। जांच, टीकाकरण से लेकर मरीजों के इलाज पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। गया जिला में करीब 700 संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवा दे रहे हैं।

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पैकेजि आयुष चिकित्सकों ने 50 लाख का बीमा व एक नौकरी की मांग के साथ 15 से आइसोलेशन में जाने का दिया अल्टीमेटम

जासं, गया:

आयुष चिकित्सकों ने भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इनकी प्रमुख मांगों में सभी संविदा आयुष चिकित्सकों व कर्मियों को 50 लाख तक का बीमा व सेवा स्थाई करने की मांग है। आयुष सर्विसेज एसोसिएशन ऑफ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उदय कुमार मिश्रा ने कहा कि पूरे प्रदेश में 25 सौ आयुष चिकित्सक मांग पूरी नहीं होने पर 15 मई से होम आइसोलेशन में चले जाएंगे। अमसा व आरबीएसके दोनों संघ एक साथ मुख्य मांगों पर सहमत होते हुए होम आइसोलेशन में जाने के लिए तैयारी की है। आयुष चिकित्सकों की मांग में फरवरी 2019 से अविलंब 65000 रुपये पीएम मानदेय के आदेश जारी करें। 3270 सीट पर अतिशीघ्र काउंसलिग का डेट निर्धारित करते हुए बहाली प्रक्रिया पूरी हो। आयुष चिकित्सक जो कोविड संक्रमण के कारण अपने कार्यस्थल पर कार्य करते करते शहीद हो गए हैं उन्हें 50 लाख रुपया एकमुश्त उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन एवं अनुकंपा पर नौकरी दिया जाए। आयुष चिकित्सकों को बिना किसी शर्त के अति शीघ्र नियमित किया जाए।

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