दाउदनगर की सत्ता बचाने एवं गिराने को लेकर घमासान

गया। दाउदनगर नगर परिषद में अध्यपेक्षा पर 30 जनवरी को बैठक बुलाई गई है। इस दिन 12 वार्ड गया। दाउदनगर नगर परिषद में अध्यपेक्षा पर 30 जनवरी को बैठक बुलाई गई है। इस दिन 12 वार्ड पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला होगा। सत्ता बचेगी या जाएगी यह इसी दिन तय होगा। इसके लिए दोनों पक्षों द्वारा रणनीति बनाई जा रही है। घमासान मचा हुआ है। जोड़-तोड़ के तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं। अपने पाले में अधिक से अधिक वार्ड पार्षदों को रखने के लिए तमाम तरह की अपेक्षित और अनपेक्षित कोशिश की जा रही है जिसे साम दाम दंड भेद की नीति कहा जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 05:28 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 05:38 PM (IST)
दाउदनगर की सत्ता बचाने एवं गिराने को लेकर घमासान
दाउदनगर की सत्ता बचाने एवं गिराने को लेकर घमासान

गया। दाउदनगर नगर परिषद में अध्यपेक्षा पर 30 जनवरी को बैठक बुलाई गई है। इस दिन 12 वार्ड पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला होगा। सत्ता बचेगी या जाएगी, यह इसी दिन तय होगा। इसके लिए दोनों पक्षों द्वारा रणनीति बनाई जा रही है। घमासान मचा हुआ है। जोड़-तोड़ के तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं। अपने पाले में अधिक से अधिक वार्ड पार्षदों को रखने के लिए तमाम तरह की अपेक्षित और अनपेक्षित कोशिश की जा रही है, जिसे साम, दाम, दंड, भेद की नीति कहा जाता है। पूर्व उप मुख्य पार्षद और वर्तमान में वार्ड पार्षद कौशलेंद्र कुमार सिंह द्वारा कुल 12 पार्षदों के हस्ताक्षर से आवेदन देकर अध्यापेक्षा पर विशेष बैठक बुलाने की मांग की गई थी। मुख्य पार्षद सोनी देवी द्वारा 30 जनवरी की तिथि इसके लिए निर्धारित की गई है। इसमें यह फैसला होगा कि दोनों पक्ष में कौन कितना मजबूत है और सत्ता बचाने और गिराने के इस खेल में कौन सफल होता है कौन असफल। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर द्वारा वार्ड पार्षदों को बैठक की सूचना जारी कर दी गई है, लेकिन खास बात यह रही कि 7 वार्ड पार्षद घर से लापता मिले जो नोटिस नहीं ले सके। इसके बाद नगर परिषद द्वारा उन्हें पहली बार निबंधित डाक से सूचना भेजी गई है। जानकारी के अनुसार एक पार्षद ने सूचना पत्र नहीं लिया, और वह वापस नप को आ गया। शहर को 30 जनवरी दिन शनिवार की बेसब्री से प्रतीक्षा है। डीएम को ईओ ने लिखा पत्र

नप के कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर ने जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर पर्यवेक्षक प्रतिनियुक्त करने की मांग की है। उनके द्वारा प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षक की देखरेख में अध्यपेक्षा कई बैठक की जाएगी, जिसके लिए अपराह्न एक बजे बैठक बुलाई गई है।

27 वार्ड पार्षद, दावा 14 से अधिक का

दाउदनगर नगर परिषद में कुल 27 वार्ड पार्षद हैं। सत्ता गिराने, बचाने एवं फिर से बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 14 वार्ड पार्षदों का है। स्थिति यह है कि दोनों पक्ष 14 से अधिक वार्ड पार्षद अपने पाले में होने का दावा कर रहे हैं। सदन में जब जोर आजमाइश होगा तब पता चलेगा कि किस के पाले में 14 से कम है या किस के पाले में 14 से अधिक। जश्न मना रहे 15 वार्ड पार्षद

शहर में चर्चा है कि 8 वार्ड पार्षदों का एक समूह जश्न मनाने गया हुआ है और वह सदन में शामिल होने के वक्त उपस्थित होंगे। जबकि सात पार्षद जो लापता बताए जाते हैं वह भी कहीं ना कहीं जश्न मनाने गए हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में बिहार सरकार ने एक योजना बनाई थी कि 15-15 वार्ड पार्षदों का समूह बनाकर उनको दूसरे प्रदेश में सरकारी खर्च पर टूर के लिए भेजा जाएगा ताकि वे महानगरों के विकास कार्य को देखकर समझ सके, प्रेरित हो सकें। दाउदनगर नगर परिषद द्वारा पार्षदों की सूची भेजी गई थी, लेकिन सरकार ने पार्षदों को बाहर विकास कार्य देखने के लिए नहीं भेजा। अब आई 08 और 07 पार्षदों के दो समूह में 15 वार्ड पार्षद जश्न मनाने बाहर गए हुए हैं ऐसी चर्चा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती।

लगाया गया है यह आरोप

मुख्य पार्षद एवं उप मुख्य पार्षद पर अपने कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही एवं मनमानी करने, नगरपालिका अधिनियम 2007 एवं बिहार नगरपालिका हस्तक के अनुसार बोर्ड की मासिक बैठक नहीं बुलाने, विकास कार्यों में मनमानी करने, राज्य सरकार के आदेश के प्रतिकूल विकास कार्यों का कार्य करने, पार्षदों के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं करने, वार्डों में समुचित साफ-सफाई के प्रति उदासीन रवैया अपनाने, आम जनता द्वारा दिए गए आवेदनों की अनदेखी करने, आवश्यक कार्यों में रुचि नहीं लेने एवं नगर पालिका के कार्यों का समुचित पर्यवेक्षण नहीं करने का आरोप लगाया गया है। आवेदन पर इन 12 पार्षदों के हस्ताक्षर

अध्यपेक्षा पर बैठक बुलाने के लिए दिए गए आवेदन पर नगर परिषद के 12 वार्ड पार्षदों द्वारा हस्ताक्षर किया गया है। इसमें बैठक की मांग करने वाले वार्ड पार्षद कौशलेंद्र कुमार सिंह (24), उनकी पत्नी मीनू सिंह (12), ललिता देवी (16), प्रमोद कुमार सिंह (11), सुमित्रा साव (9), जगेश्वरी देवी (01) लीलावती देवी (17), बसंत कुमार (05), सतीश कुमार (27), रीना देवी (20), तारीक अनवर (03) एवं इनकी मां शकीला बानो (04) ने हस्ताक्षर किया है। कोष्ठक में वार्ड पार्षदों से संबंधित वार्ड संख्या दर्ज है।

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