मुख्‍यमंत्री के जनता दरबार में कैमूर से लगातार पहुंच रही शिकायतें, पुलिस-प्रशासन पर उठ रहे सवाल

कैमूर जिले के पांच लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में अपनी फरियाद सुनाई। फरियाद में अपने मामलों को सीएम को अवगत करवाया। उसके बाद सीएम ने संबंधित विभाग के सचिव के पास भेजकर उसको दिखवाने के लिए कहा।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:28 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:28 PM (IST)
मुख्‍यमंत्री के जनता दरबार में कैमूर से लगातार पहुंच रही शिकायतें, पुलिस-प्रशासन पर उठ रहे सवाल
मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से जनता दरबार में गुहार लगाता फरियादी। जागरण आर्काइव।

संवाद सहयोगी, भभुआ। कैमूर जिले के पांच लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में अपनी फरियाद सुनाई। फरियाद में अपने मामलों को सीएम को अवगत करवाया। उसके बाद सीएम ने संबंधित विभाग के सचिव के पास भेजकर उसको दिखवाने के लिए कहा। जिला के रामगढ़ प्रखंड के इसरी गांव के कन्हैया लाल ने जल संसाधन विभाग में सोन उच्च स्तरीय प्रमंडल 206-17 में काम कराए जाने के बाद उसके बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा। उसके बाद तंग आकर सीएम के जनता दरबार के लिए आवेदन किया। सीएम के समक्ष मामला जाने के बाद आगामी दिनों में भुगतान करा देने की बात कही गई है।

कुदरा के पुरैनी गांव के रामानंद सागर ने राशन के मामले में शिकायत की। गांव के डीलर द्वारा कम राशन देने तथा डीलर द्वारा सबसे अभद्रता करने की शिकायत की। जनता दरबार में जाने से पहले ही पदाधिकारियों ने डीलर के तराजू को जब्त कर लिया गया है। भभुआ प्रखंड के छोटका डिहरमा गांव के भगवान कुमार राय ने ग्रामीण सड़क की मांग के लिए सीएम से फरियाद की। अधौरा के सोहदाग गांव के बाबूलाल कुमार ने गांव में सामुदायिक भवन बनवाने की मांग की। इसके साथ गांव में खराब हुए सोलर प्लांट को ठीक कराने, और गांव तक पहुंचने वाले पुलिया के क्षतिग्रस्त को ठीक कराने की मांग की।

संबंधित विभाग से सोलर प्लांट को तुरंत ठीक करवाने व अन्य कार्य को चुनाव बाद पूर्ण कराने के लिए बताया गया। रामपुर प्रखंड के भोरेयां गांव के रमेश तिवारी ने कहा कि वो पूर्ण में सहकारी समिति के प्रबंधक थे। उनको एक मामले में फंसाया गया था। उसी के मामले में उन्होंने सीएम के जनता दरबार में फरियाद की। गौरतलब है‍ कि सीएम के जनता दरबार से लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं। पहले जनता दरबार में भी दो लोगों ने मुख्‍यमंत्री से गुहार लगाई थी। इसके बाद तीन फरियादी सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे। ऐसे में पुलिस-प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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