शहरवासियों को जाम से नहीं मिल रही निजात
गया शेरघाटी शहर जाम की समस्या से कराह रही है। शहर में दर्जनों स्थान पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण शहर के अंदर स्थित सरकारी कार्यालय शिक्षण संस्थान व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं अन्य सामान्य कार्यों के लिए आने जाने वालों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
गया : शेरघाटी शहर जाम की समस्या से कराह रही है। शहर में दर्जनों स्थान पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण शहर के अंदर स्थित सरकारी कार्यालय, शिक्षण संस्थान, व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं अन्य सामान्य कार्यों के लिए आने जाने वालों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जाम का हाल यह है कि कार्यालय कर्मी व छात्र-छात्राएं समय पर कार्यालय या शिक्षण संस्थान तक नहीं पहुंच पाते हैं। हद तो तब हो जाती है जब बीमार मरीज को लेकर जाने वाला एम्बुलेंस तक को जगह नहीं मिलती है। जिससे लोगों को समय पर इलाज नहीं हो पाता। शहरवासी हों या शहर से गुजरने वाला कोई आम नागरिक ऐसी स्थिति में असहज महसूस करता है। स्थानीय प्रशासन के प्रति अपना रोष जता कर चुप हो जाता है। जाम की समस्या सुबह से शुरू होकर शाम तक रहती है। अहले सुबह से नई बाजार में सब्जी और फल मंडी में थोक बिक्री की जाती है। सड़क के दोनों किनारे व्यापारी अपने सामान को रखकर बोली लगाते हैं। सब्जी और फल की खरीद के बाद अपने-अपने गंतव्य स्थानों तक ले जाने के लिए व्यवसाय से जुड़े लोग ऑटो, ई-रिक्शा, पिकअप एवं अन्य वाहनों का सहारा लेते हैं। ये सभी वाहन सड़क के किनारे खड़े किए जाते हैं। परिणाम स्वरूप एक छोटे वाहन चालक को भी इस दौरान इधर से गुजरने के लिए सोचना पड़ता है। सब्जी व फल मंडी की थोक बिक्री से शहर को लाभ है। परंतु उसका सही स्थान चयन नहीं किए जाने से आम लोगों को कठिनाई हो रही है। फल व्यवसायी मनीष गुप्ता, शंकर प्रसाद, मोहम्मद रफीक आदि बताते हैं कि जाम के कारण व्यवसायियों को भी परेशानी होती है। लेकिन कोई सही हाट नहीं बनने के कारण जहां जगह उपलब्ध है उस स्थान पर व्यवसाय करने को विवश हैं।
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कहां-कहां होता है जाम
शहर के निम्न स्थानों पर जाम की समस्या मुख्य रूप से होती है। नई बाजार मोड़ से सुमाली मोहल्ला मरहूम डॉक्टर हैदर मोड़, गोला बाजार मोड़ से राम मंदिर होते हुए स्टेट बैंक शाखा तक, प्रोजेक्ट इंटर स्कूल मोड़ से तीन शिवाला गेट तक, तथा हनुमान मंदिर रमना मोड़ से काली मंदिर चौराहा तक प्रतिदिन हर घंटे दो घंटे पर जाम की समस्या बनी रहती है।
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क्यों होता है जाम
शहर में अतिक्रमण जहां जाम की मुख्य समस्या बनी हुई है, वही फुटपाथ पर दुकानों का लगाया जाना भी बड़ा कारण है। सड़कों पर मनमाने तरीके से वाहनों का पार्किंग करना यहां के लोगों की आदत सी बन गई है। जगह जगह पर चार पहिया से लेकर दोपहिया तक मनमाने ढंग से बेतरतीब वाहन के पार्किंग किए जाते हैं। फलस्वरूप सड़क संकीर्ण हो जाता है। जहां पर एक भी वाहन दूसरी ओर से परिचालन होने की स्थिति में जाम की समस्या बन जाती है।
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मैट्रिक के परीक्षार्थी हो रहे परेशान
17 फरवरी से अनुमंडल मुख्यालय के 11 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा चल रही है। जहां लगभग 10,000 छात्राओं का परीक्षा केंद्र तक ससमय पहुंचना अनिवार्य होता है। परंतु जाम के कारण उन्हें भी केंद्र तक पहुंचने में परेशानी होती है। वे समय का ध्यान रखकर अगर परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंचते तो जाम का कोप भाजन बन जाते हैं।
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नहीं है कोई ट्रैफिक प्लान
शेरघाटी को अनुमंडल का दर्जा प्राप्त है। लेकिन घनी आबादी होने के बावजूद यहां के लिए प्रशासन स्तर से कोई ट्रैफिक प्लान तैयार नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, थाना स्तर से भी जाम वाले चिन्हित स्थल पर पुलिस बल की तैनाती नहीं दिखती है।