सीआइडी कर रही पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान की माओवादी नेता जगदीश मास्टर से मुलाकात की जांच
साीआइडी केंद्रीय गृह मंत्रालय भी मामले की जानकारी ले रहा। जगदीश मास्टर माओवादी संगठन के शीर्षस्थ नेता हैं। उनकी पूर्व केंद्रीय मंत्री के मिलने की सूचना के बाद माओवादी संगठन में भी खलबली मची है। 31 जुलाई को दोनों की मुलाकात जगदीश मास्टर के कासमा स्थित आवास पर हुई
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री व एमएलसी डा. संजय पासवान की रविवार (31 जुलाई) को भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सह मिलिट्री कमीशन के पूर्व सदस्य नक्सली नेता जगदीश मास्टर से मुलाकात की जांच सीआइडी कर रही है।
सूत्रों के अनुसार सीआइडी के अधिकारी जांच कर रहे हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किस उद्देश्य से माओवादी नेता से मुलाकात की है। क्या केंद्रीय मंत्री को पार्टी आलाकमान का कोई निर्देश प्राप्त था? सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस मामले की जानकारी मांग रहा है।
लगभग दो घंटे तक दोनों में बातचीत हुई
बताया जाता है कि माओवादी नेता जगदीश मास्टर से पूर्व केंद्रीय मंत्री के मिलने की सूचना के बाद माओवादी संगठन में भी खलबली मची है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश मास्टर से उनके कासमा स्थित आवास पर मिले थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जगदीश मास्टर से माओवादियों को भारत के संविधान में विश्वास और आस्था रखने तथा संवाद कायम रखने की बात कही है। दोनों नेताओं के बीच लगभग दो घंटे तक बातचीत हुई है। सूत्रों के अनुसार मुलाकात के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री से माओवादी नेता ने संगठन की कुछ शर्तें मानने पर ही सरकार से वार्ता करने की बात कही गई है। साथ ही जिले से नक्सल अभियान में लगे सुरक्षाबल को हटाने की मांग की गई है। बताते हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिया है कि जरूरत पड़ेगी तो पटना और दिल्ली तक इस संबंध में बात की जाएगी।
सरकार अपने भ्रष्ट अधिकारियों के संपत्ति की जांच करें
मुलाकात के दौरान जगदीश मास्टर ने कहा कि माओवादी नेता विजय कुमार आर्य और प्रमोद मिश्र के स्वजनों को सरकार व पुलिस तंग कर रही है। मेरे नेताओं की संपत्ति की जांच करने का इडी को कोई अधिकार नहीं है। हमारे कामरेडों ने यदि अवैध संपत्ति जमा की है तो मेरी पार्टी जांच करेगी। ईडी सरकार के भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति जांच करे। इसपर संजय पासवान ने कहा था कि हम विवाद नहीं संवाद चाहते हैं। हम चाहते हैं कि माओवादी मुख्यधारा में आएं।