छेना व खोवा दुकानों की हुई जांच, प्रदूषित 37 किलो पनीर किया नष्ट, शहर के दिग्धी तालाब के चार प्रतिष्ठानों की गई जांच

दैनिक जागरण ने जागो ग्राहक-जागो लोगो के साथ तीन दिनों तक अभियान चलाया। खाद्य सरंक्षा अधिकारी ने संज्ञान लिया। डीएम के आदेश पर दिग्धी तालाब मोहल्ला में संचालित छेना -खोवा व पनीर दुकानों की जांच की गई। तीन दुकानों से 37 किलोग्राम प्रदूषित पनीर को तत्काल नष्ट किया गया।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:01 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:01 PM (IST)
छेना व खोवा दुकानों की हुई जांच, प्रदूषित 37 किलो पनीर किया नष्ट, शहर के दिग्धी तालाब के चार प्रतिष्ठानों की गई जांच
प्रदूषित 37 किलो पनीर किया नष्ट, शहर के दिग्धी तालाब के चार प्रतिष्ठानों की गई जांच

 जागरण संवाददाता, गया : दीपावली में लोगों को शुद्धता के साथ मिठाई मिले। इसे लेकर आम ग्राहकों को जागरूक करने के लिए शहर में खोवा और छेना में मिलावट और जांच को लेकर दैनिक जागरण ने जागो ग्राहक-जागो लोगो के साथ तीन दिनों तक अभियान चलाया। उस अभियान पर खाद्य सरंक्षा अधिकारी सह अभिहित पदाधिकारी ने संज्ञान लिया। डीएम के आदेश पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की मौजूदगी में गुरुवार को शहर के दिग्धी तालाब मोहल्ला में संचालित छेना -खोवा व पनीर दुकानों की जांच की गई। जहां से आधा दर्जन दुकानों से जांच करने के लिए नमूना लिया गया। नमूना को जांच के लिए कोलकाता प्रयोगशाला में भेजा गया है। साथ हीं तीन दुकानों से 37 किलोग्राम प्रदूषित पनीर दुकान में बिक्री के लिए लाया गया था। वैसे पनीर को तत्काल नष्ट किया गया। दुकानदारों को हिदायत दी गई कि अगर प्रदूषित छेना, खोवा व पनीर की बिक्री की गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दिग्धी तालाब स्थित छेना-खोवा व पनीर की दुकान बंद कर दुकानदार फरार

 जांच को लेकर पुलिस बलों के साथ खाद्य सरंक्षा सह अभिहित पदाधिकारी मुकेश कश्यप पहुंचे। पुलिस पदाधिकारी, जवान और जांच अधिकारी को देखकर सिविल लाइन क्षेत्र के दिग्धी तालाब स्थित छेना-खोवा व पनीर की दुकान बंद कर दुकानदार फरार हो गया। बाद में दुकान खुलवाया गया। तब जाकर जांच की प्रक्रिया हुई।

इन दुकानों का पनीर हुआ नष्ट व लिए गए नमूने

उन्होंने बताया कि दिग्धी तालाब स्थित मेसर्स बादल खोवा-छेना दुकान के प्रोपराइटर सोनू गुप्ता की दुकान से खोवा का एक, पनीर का एक नमूना लिया गया। यहां से 2.50 किलोग्राम पनीर प्रदूषित मिला। जिसे नष्ट किया गया। मेसर्स वासुदेव प्रसाद खोवा की दुकान के प्रोपराइटर वासुदेव प्रसाद के प्रतिष्ठान से एक खोवा और एक पनीर का नमूना लिया गया। इसी तरह मेसर्स मां मंगला खोवा-पनीर दुकान के प्रोपराइटर उपेंद्र कुमार गुप्ता के प्रतिष्ठान से एक खोवा व एक पनीर का दो नमूना लिया गया। जांच के क्रम में इस दुकान से सबसे ज्यादा 15 किलोग्राम पनीर जो प्रदूषित मिला।  जांच अधिकारी ने दुकानदार को खराब पनीर बेचने पर फटकार लगाई। पनीर को जब्त करते हुए उसे तत्काल नष्ट किया गया। वहीं, राजू प्रसाद खोवा, पनीर दुकान के प्रोपराइटर राजू प्रसाद के प्रतिष्ठान से एक पनीर का नमूना लिया गया। यहां भी 10 किलोग्राम संदूषित पनीर मिला। जिसे नष्ट किया गया।

जांच करने का तरीका 

जांच अधिकारी ने बताया कि उक्त प्रतिष्ठान में बिक्री के लिए रखे छेना, खोवा व पनीर की जांच प्रथम दृष्टया में आयोडीन टीएच से की गई। आयोडीन टीएच की चार से पांच बूंद उक्त पनीर पर गिराया गया। इसमें पनीर पर आयोडीन टीएच के नीला रंग का हो गया। इससे पता चला कि वह संदूषित है। जिसे तत्काल दुकानों से हटाया गया। उन्होंने बताया कि इसे दीपावली में खपत करने को लेकर मंगाया गया था। जिसे समय से पहले नष्ट कर दिया गया।

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