मुस्तैद रहे पुलिस के जवान और दंडाधिकारी

जागरण संवाददाता, गया : छठ पर्व पर छठव्रतियों व श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ रही। भीड़ का

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 03:02 AM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 03:02 AM (IST)
मुस्तैद रहे पुलिस के जवान और दंडाधिकारी
मुस्तैद रहे पुलिस के जवान और दंडाधिकारी

जागरण संवाददाता, गया : छठ पर्व पर छठव्रतियों व श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ रही। भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती था। दो से ढाई हजार जवानों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाया गया था। मंगलवार की शाम से बुधवार की सुबह तक शहर के करीब 25 घाटों पर पुलिस के जवान मुस्तैद थे। साथ ही शहर के प्रमुख मार्गो जो घाट तक जा रही थी। वैसे मार्गो पर यातायात पुलिस जवान, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेटों को लगाया था। इन लोगों के सहयोग से भीड़ को नियंत्रित करने व यातायात व्यवस्था दुरुस्त रही।

जिलाधिकारी अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा दोनों दिन घाटों पर स्वयं मुस्तैद रहे। घाटों पर दंडाधिकारी भी मौजूद थे, जो भीड़ को नियंत्रित करने में सहयोग कर रहे हैं। इन पदाधिकारियों की देखरेख में जवान भी पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहे थे। साथ ही पितामहेश्वर, केंदूई सहित अन्य घाट पर ड्रोन से भी भीड़ पर निगरानी की गई। इन जवानों की मुस्तैदी इस बात का गवाह बना कि कहीं से कोई भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। इन मौजूदगी और मुस्तैदी के कारण ही छठ जैसे महान पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।

कोतवाली थानाध्यक्ष अजय कुमार, सिविल लाइन्स थानाध्यक्ष अजय कुमार, डेल्हा थानाध्यक्ष मधूसूदन प्रसाद, चंदौती थानाध्यक्ष सुमंत कुमार आदि ने अपने-अपने क्षेत्र में घाटों पर मुस्तैद रहे।

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रोक के बाद घाट

पर हुई आतिशबाजी

जिला प्रशासन ने पिछले कई दिनों से दंडाधिकारी व पुलिस अधिकारी को निदेश दिया था कि छठ पर्व के मौके पर घाट पर आतिशबाजी नहीं हो। ऐसी व्यवस्था करनी है। प्रशासन के आदेश की यहां धज्जियां उड़ी। रोक के बाद भी शहर के घाटों पर जमकर आतिशबाजी हुई। दंडाधिकारी व जवानों ने भी इस पर रोक लगाने में पूरी विफल रही। कई घाट पर आतिशबाजी को लेकर एक-दूसरे कहा सुनी हुई थी। जिसे बाद में समाप्त करा दिया गया।

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