Gaya News: जिले में अब भी हजारों किसानों की पहुंच से दूर है सस्ती बिजली

गया राज्य सरकार की कृषि फीडर योजना के क्रियान्वयन में एजेंसी का काम धीमी गति से चल रहा है। सरकार ने किसानों को पटवन सुविधा के लिए सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराने की महत्वाकांक्षी योजना बना रखी है। अभी भी इसके लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:55 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:32 AM (IST)
Gaya News: जिले में अब भी हजारों किसानों की पहुंच से दूर है सस्ती बिजली
किसान कृषि फीडर का विद्युत कनेक्शन लेना चाहते हैं तो ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन, सांकेतिक तस्‍वीर ।

गया, जागरण संवाददाता। राज्य सरकार की कृषि फीडर योजना के क्रियान्वयन में एजेंसी का काम धीमी गति से चल रहा है। सरकार ने किसानों को पटवन सुविधा के लिए सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराने की महत्वाकांक्षी योजना बना रखी है। जिले के सभी 24 प्रखंडों में कृषि फीडर के तहत लाइन पहुंचाना है। इस योजना को इस साल के मार्च तक पूरा होना था। लेकिन अभी तक यह पूरा नहीं हो सका है। विभाग कोरोना महामारी को प्रमुख वजह बता रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत जिले में कुल 55 कृषि फीडर बनाने का लक्ष्य है। इसके जवाब में अब तक 39 फीडर बना है। शेष 16 फीडर का बनना अभी बाकी है।

किसानों को विद्युत कनेक्शन देने में भी देरी -साल 2018 में कैंप लगाकर किसानों से कृषि फीडर के तहत कनेक्शन के लिए आवेदन लिए गए। उस वक्त तकरीबन 8 हजार आवेदन किसानों ने जमा कराए थे। लेकिन उन किसानों को कनेक्शन देने का काम भी धीमी गति से चल रहा है। आलम यह है कि अभी तक 43 सौ किसानों को ही कनेक्शन दिया जा सका है।

ग्राम ज्योति योजना से 12 पावर सब स्टेशन हुए चालू -दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिले में 15 पावर सब स्टेशन बनने थे। इनमें से अब तक 12 बनकर चार्ज हो चुके हैं। इन्हीं पावर सब स्टेशन से कृषि फीडर के लिए अलग से लाइन निकलता है। जो संबंधित इलाके के किसानों के खेत तक पहुंचता है। तकनीकी जानकारी के अनुसार एक पावर सब स्टेशन से 2 कृषि फीडर निकलता है। इस लिहाज से अब तक 12 पावर सब स्टेशन से कुल 24 कृषि फीडर निकला है। विभागीय अभियंता बताते हैं कि पूर्व की योजना के अनुसार जिले के 16 प्रखंड में बजाज कंपनी को काम करना था। शेष आठ प्रखंड में जैक्शन कंपनी को काम करना है। इधर, 16 प्रखंड में कृषि फीडर की योजना पर 160 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। जबकि शेष आठ प्रखंडों में करीब 95 करोड़ रुपए खर्च होना है। इन आठ प्रखंडों में कृषि फीडर से जुड़े हुए करीब 30 फीसद काम हो गए हैं। बजाज कंपनी कृषि फीडर की योजना पर काम कर रही है। 

कनेक्शन लेने को इच्छुक किसान करें ऑनलाइन आवेदन अभी जो भी किसान कृषि फीडर का विद्युत कनेक्शन लेना चाहते हैं वह ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुविधा एप के जरिए किसान अपने आवेदन की अद्यतन स्थिति भी देख सकते हैं। अभी जिले में काम कर रही कैपकॉन एजेंसी इन आवेदनों की जांच कर कृषि फीडर के लिए कनेक्शन उपलब्ध कराती है। जानकारी के अनुसार किसानों को सरकार महज 65 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराती है।

जिले में कृषि फीडर को लेकर अब तक हुआ काम

पावर सब स्टेशन बनें- 12

डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगे- 1900

पोल गाड़े गए-1.50 लाख

11 केवी का तार- 1143 किमी.

33 केवी का तार- 117 किमी.

एलटी वायर- 980 किमी

क्या कहते हैं किसान

मेरे गांव की तरफ अब तक कृषि फीडर का कनेक्शन नहीं पहुंचा है। सरकार की योजना बहुत अच्छी है। हम सब कृषि फीडर के आने का इंतजार कर रहे हैं। सस्ती बिजली मिलने से किसानों को काफी फायदा होगा। विनोद प्रसाद, किसान, बभंडी, इमामगंज। 

गांव में अब तक कृषि फीडर नहीं पहुंचा है। खिजरसराय पीएसएस में पांच एमवी का पावर ट्रांसफार्मर लगा है। लेकिन गांव तक अभी पोल-तार नहीं आया है। योजना बहुत अच्छी है। परमानंद ¨सह, किसान, इस्माइलपुर, खिजसराय।

क्या कहते हैं अभियंता:

कोरोना महामारी की वजह से काम थोड़ा प्रभावित हुआ है। जिसमें अब तेजी आ गई है। इस साल दिसंबर तक कृषि फीडर से जुड़ा हुआ बाकी का काम पूरा कर लिया जाएगा। किसानों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराकर पटवन सुविधा देने के लिए विभाग तत्परता से काम कर रहा है। बलबीर प्रसाद बागीश, विद्युत कार्यपालक अभियंता, प्रोजेक्ट, गया।

इन प्रखंडों में बने पावर सब स्टेशन

पीएसएस बेलागंज-2 टिकारी-3 कोंच-1 डोभी-1 बाराचट्टी-1 इमामगंज-1 सदर गया-2 बोधगया-1

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