औरंगाबाद सदर अस्पताल में आइसीयू और वेंटिलेटर चालू होने के आसार, प्रभारी मंंत्री ने दिया भरोसा
औरंगाबाद सदर अस्पताल में वेंटिलेटर और आइसीयू चालू होने के आसार हैं। प्रभारी मंत्री जनक राम ने कहा कि वे बुधवार को डीएम के साथ बैठक कर इस संबंध में जरूरी जानकारी लेंगे कि आखिर क्यों इसका उपयोग नहीं हो रहा है।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। कोविड-19 के दौर में चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल दैनिक जागरण ने खोली तो सरकार के मंत्री ने इस ओर ध्यान दिया है। मामला वेंटीलेटर और आइसीयू से जुड़ा हुआ है। उसका अब इस्तेमाल शुरू होने की उम्मीद जगी है। सोमवार को दैनिक जागरण में ''सदर अस्पताल में एक साल से धूल फांक रहे छह वेंटिलेटर शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई। इस मामले को जदयू नगर निकाय दाऊद नगर अध्यक्ष पप्पू कुमार गुप्ता ने जिला के प्रभारी मंत्री जनक राम (Minister In Charge Janak Ram) के पास रखा। उन्होंने इस पर संज्ञान लिया। प्रभारी मंत्री ने दैनिक जागरण के प्रतिनिधि से बात की।कहा कि वे अपने कार्यकर्ताओं और आम लोगों से फीडबैक ले रहे हैं कि जिला में स्वास्थ्य सुविधा की क्या स्थिति है। क्या समस्या है। उन्होंने बताया कि बुधवार को डीएम के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और प्रयास करेंगे कि शीघ्र ही सभी वेंटीलेटर और आइसीयू का इस्तेमाल शुरू हो सके।
दावे के उलट स्थिति से बदनाम हो रही सरकार
बेकार पड़े वेंटिलेटर और आइसीयू पर जदयू नगर निकाय अध्यक्ष पप्पू कुमार गुप्ता ने जिले के प्रभारी मंत्री जनक राम से बात की। उनको दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर से अवगत कराया। कहा कि औरंगाबाद जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने अखबार के विज्ञापन में जानकारी दी है कि छह वेंटिलेटर चालू है। लेकिन सच यह है कि वेंटिलेटर चालू नहीं है। इस आशय की खबर दैनिक जागरण ने प्रकाशित की है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिर्फ कागज पर ही चालू है। इससे सरकार की बदनामी हो रही है। प्रभारी मंत्री से निवेदन है कि आप इस विषय पर ध्यान देकर वेंटिलेटर और आइसीयू चालू कराएं।गौरतलब है कि कई जिले से ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं कि स्वास्थ्य सुविधाओं का समुचित इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इस कारण मरीजों को परेशानी हो रही है।