विज्ञान के बिना जिदगी के जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता : डीपीओ

जिले में आयोजित होने वाली 29 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की तैयारी शुरू कर दी गई है। बाल वैज्ञानिकों को तैयार करने के उद्देश्य से रविवार को विज्ञान शिक्षकों का दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 05:24 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:24 PM (IST)
विज्ञान के बिना जिदगी के जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता : डीपीओ
विज्ञान के बिना जिदगी के जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता : डीपीओ

गया। जिले में आयोजित होने वाली 29 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की तैयारी शुरू कर दी गई है। बाल वैज्ञानिकों को तैयार करने के उद्देश्य से रविवार को विज्ञान शिक्षकों का दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का उद्घाटन डीपीओ माध्यमिक शिक्षा मानवेंद्र कुमार राय ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विज्ञान के बिना आज जिदगी की एक भी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता है। छात्रों को विज्ञान के प्रति अभिरूचि बढ़ाने के लिए शिक्षक हर दिन कुछ न कुछ नवाचार विधि को बताएं ताकि वे विद्यार्थी जीवन में अपनी पहचान बना सके।

सायंस फॉर सोसायटी के बैनर तले आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए एमिटी विश्वविद्यालय रांची के व्याख्याता डॉ. धनंजय पांडेय ने कहा कि विज्ञान नित्य दिन नई चीज करने को कहता है। बच्चों को इसके प्रति प्रेरित करना ही शिक्षकों का मुख्य कर्तव्य है। स्थानीय समस्याओं व आवश्यकताओं पर आधारित नवाचार करना ही विज्ञान है, जो लोगों के जिदगी में परिवर्तन का वाहक बने। रोहतास जिले में बहुत ऐसे छात्र-छात्रा हैं जो इसी नवाचार के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर बाल वैज्ञानिक के रूप में परचम लहराने का कार्य किया है। सोसायटी के जिला समनव्यक व सेवानिवृत्त शिक्षक सुदामा पांडेय ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए कार्यशाला वर्चुअल मोड आयोजित किया गया। इस बार के बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय सतत जीवन को ले विज्ञान है। जिसके पांच उपविषयों सतत जीवन को ले पारितंत्र, सतत जीवन के लिए पा्रैद्योगिकी, सतत जीवन एक सामाजिक नवाचार, सतत जीवन निरूपण मॉडलिग एवं योजना निर्माण तथा सतत जीवन पारंपरिक ज्ञान प्रणाली है। जिस पर विज्ञान में अभिरूचि रखने वाले छात्रों द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा। कार्यशाला में आइआइएससी बंगलोर के डॉ. राजीव कुमार, एबीआर कॉलेज के डॉ. ओमप्रकाश सिंह, रिसर्चर डा. ऋचा पांडेय, श्री दुर्गा उच्च विद्यालय शिवसागर के विजेंद्र केसरी, शेरशाह सूरी इंटरस्तरीय विद्यालय के डा. रविद्र सिंह समेत अन्य ने संबोधित किया। संचालक पूर्व बाल वैज्ञानिक अजय कुमार ने किया।

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