कैमूर के आदिवासियों के सर्वांगीण विकास को बन रही योजना, साढ़े 12 करोड़ रुपये दिए केंद्र सरकार ने
रोहतास गढ़ किला तक रोप वे का निर्माण कराया जा रहा है। यहां सोलर पार्क भी बनाया जाएगा। साथ ही आदिवासियों के सर्वांगीण विकास को लेकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। ये बातें डीएफओ ने कही। सांसद ने कहा कि सरकार ने राशि आवंटित की है।
संवाद सूत्र, रोहतास। कैमूर पहाड़ी के आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए जल्द योजना बनाई जाएगी। इससे उनकी विभिन्न समस्याएं दूर होंगी। फिलहाल रोहतास गढ़ किला (Rohtas gadh Fort) तक रोपवे (Ropeway) का निर्माण कराया जा रहा है ताकि इसे पर्यटक स्थल (Tourist Place) के रूप में पहचान मिल सके। ये बातें डीएफओ (DFO) प्रद्युम्न गौरव ने कहीं।
उन्होंने कहा कि यहां के लोगों काे अावागमन की कठिनाइयों से निजात मिलेगी। शीघ्र पहाड़ी मार्ग को दुरुस्त कर दिया जाएगा। शुरू में गाड़ी के आने-जाने के रास्ते भी नहीं थे। लेकिन हमने इसकी मरम्मत कराई, जिससे आज किला गेट के अंदर सभी गाड़ियां आ-जा सकती हैं। डीएफओ कहा कि अधौरा से अकबरपुर तक रोड बनाने का कार्य भी जल्द पूरा हो जाएगा। यह किला देश के प्रमुख धरोहरों में से एक है और यहां पर्यटन सुविधाआें को बढ़ाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। रोहतासगढ़ किले की पहचान बढ़ाने और यहां पर्यटकों का झुकाव बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं।
आदिवासियों के लिए केंद्र सरकार ने दिए साढ़े 12 करोड़ रुपये
सासाराम के सांसद छेदी पासवान ने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए 12 करोड़ 65 लाख केंद्र सरकार ने दिया है। रोपवे का निर्माण चल रहा है। 28 एकड़ जमीन पर सोलर पार्क का निर्माण किया जाएगा। यहां 12 वर्षों से रोहतास गढ़ तीर्थ यात्रा महोत्सव आयोजित कर देश के विभिन्न भागों में रहने वाले आदिवासी भाइयों को उनके पूर्वजों की धरती पर बुलाने का महान कार्य किया जा रहा है। इससे आदिवासी संस्कृति और प्रगाढ़ व मजबूत होगी। पहाड़ी गांवों में 232 जगहों पर सोलर लाइट लगाई गई है। आज यहां के लोग बिजली की सुविधा पा रहे हैं। कहा कि रोहतासगढ़ किला हमारी प्राचीन संस्कृति व ऐतिहासिक महत्व का प्रमुख धरोहर है, जिसे आगे आने वाली पीढ़ी को बचाए रखना महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस किला के विकास के लिए वे लगातार कार्य कर रहे हैं।