केंद्रीय कृषि कानूनों से नहीं होगा किसानों का भला, इसे वापस लिए जाने तक जारी रहेगा आंदोलन

केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में राजद और सहयोगी दलों ने टिकारी अनुमंडल मुख्‍यालय पर धरना दिया। इसमें कई विधायक शामिल हुए। वहीं जाप के अध्‍यक्ष पूर्व सांसद पप्‍पू यादव ने शहर में सभा की। सरकार पर जमकर हमला किया।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 07:07 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 07:07 AM (IST)
केंद्रीय कृषि कानूनों से नहीं होगा किसानों का भला, इसे वापस लिए जाने तक जारी रहेगा आंदोलन
शहर के आजाद पार्क में सभा को संबोधित करते पप्‍पू यादव। जागरण

जागरण संवाददाता, गया। केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ विपक्षी दलों का आंदोलन जारी है। एक ओर राजद व अन्‍य दलों के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को धरना दिया तो दूसरी ओर पूर्व सांसद व जाप के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पप्‍पू यादव किसान मजदूर रोजगार सभा में शिरकत की।

टिकारी में राजद कार्यकर्ताओं ने दिया धरना, शामिल हुए कई विधायक

टिकारी अनुमंडल कार्यालय के समक्ष कृषि कानून के विरोध में आयोजित एक दिवसीय महाधरना में राजद और किसान नेताओं ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार का नया कृषि कानून किसानों के लिए काला कानून है। कानून के वापस लेने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इस कानून का किसान मरते दम तक विरोध करते रहेंगे। मखदुमपुर के राजद विधायक सतीश कुमार दास, गुरुआ के राजद विधायक विनय कुमार यादव, विश्वनाथ यादव, सुभाष यादव, अशोक कुमार आजाद, प्रो राधेश्याम प्रसाद, टिकारी के कांग्रेस प्रत्याशी रहे सुमंत कुमार, प्रो मुंद्रिका प्रसाद नायक, मो मुर्शिद आलम, जितेंद्र कुमार यादव आदि महाधरना में शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि टिकारी पूरे जिले का कृषि हब है। टिकारी को जिले में धान का कटोरा और धान का नैहर कहा जाता है। लेकिन यहां के किसान बिचौलियों के हाथों धान बेचने को मजबूर है। धरना को गणेश कुमार, रमेश कुमार यादव, दिलीप पासवान, सुरेश प्रसाद यादव, अनिल यादव, बंटी यादव, जनार्धन सिंह दांगी, अवधेश यादव, गुलाब यादव, छोटू मियां आदि कई लोगों ने संबोधित किया। महाधरना की अध्यक्षता और संचालन राजद के प्रखंड अध्यक्ष बिनोद शर्मा ने किया।

पप्‍पू यादव ने कहा-यह हिंदुस्‍तान के किसानों की लड़ाई

शहर के आजाद पार्क में शनिवार को जाप की ओर से आयोजित किसान मजदूर रोजगार सभा में पप्पू यादव ने कहा कि पूरे देश में पार्टी सामंतवाद, पूंजीवाद और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ संघर्ष कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार किसानों की समस्याओं का निदान करने में विफल रही है। महंगाई बढ़ रही है, केंद्र की सरकार किसान विरोधी नीति अपना रही है। ऐसे में यह लड़ाई हिंदुस्तान के किसानों की लड़ाई है। किसानों को फसल का उचित समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। किसानों को फसल रखने के पास जगह नहीं है और ना उनके पॉकेट में पैसे हैं। जिसके कारण किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। मौके पर जाप के किसान परिषद के अध्यक्ष सह प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि एमएसपी कानून लागू ना कर सरकार अत्याचार कर रही है। सभा को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष उमैर खां उर्फ टिक्का खां, पूर्व विधायक दिनेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, अनवर अली,संजय कुमार, भोला यादव, सुधीर कुमार उर्फ मरांडी, निकिल कुमार,जाप के युवा नेता ओम यादव, छात्र नेता राहुल कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।

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