मधुमेह रोगियों के लिए संजी‍वनी है काला गेहूं, खेती करने वाले हो रहे मालामाल, जानिए क्‍या है इसका कमाल

Black Wheat काले गेहूं की फसल तैयार हो गई है। इस काले गेहूं को कोलकाता स्थित फूड लेब्रोटरी में जांच कराए जाने के बाद सामान्य गेहूं के अपेक्षा इसमें कई विशेषताएं पाई गई हैं। यह गेहूं बिलकुल सुगर फ्री है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 09:08 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 09:08 AM (IST)
मधुमेह रोगियों के लिए संजी‍वनी है काला गेहूं, खेती करने वाले हो रहे मालामाल, जानिए क्‍या है इसका कमाल
सासाराम में उपज रही काले गेंहू की तस्‍वीर। जागरण।

संवाद सूत्र, कोचस (सासाराम)। प्रखंड के किसानों ने क्षेत्र में काले गेहूं की खेती शुरू कर दी है। किसान इस गेहूं की उपज, गुणवत्ता और बाजार की मांग को लेकर संतुष्ट हैं। सुगर फ्री इस गेहूं में कई गुण हैं। इसकी खेती किसानों को मालामाल कर रही है।

कोचस प्रखंड के रूपी गांव में फार्मर कंपनी के किसानों के साथ मिलकर लगभग 22 एकड़ में काले गेहूं की खेती की है। सामान्य गेहूं की तरह ही इस गेहूं की भी बोआई हुई है। अब काले गेहूं की फसल तैयार हो गई है। इस काले गेहूं को कोलकाता स्थित फूड लेब्रोटरी में जांच कराए जाने के बाद सामान्य गेहूं के अपेक्षा इसमें कई विशेषताएं पाई गई हैं। यह गेहूं बिलकुल सुगर फ्री है।

काले गेहूं की खेती कराने वाले फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी के अध्यक्ष अशोक कुमार बताते हैं कि फूड लैब से जो रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उसमें इस गेहूं में एनथोसाइनिन की मात्रा अधिक है। सामान्य गेहूं में पिगमेंट की मात्रा पांच से 15 पीपीएम होती है, जबकि काले गेहूं में पिगमेंट मात्रा 40 से 140 पीपीएम पाई गई है। ये एनथोसाइनिन एंटीऑनक्सीडेंट का काम करती है। इसमें जिंक की मात्रा भी अधिक होती है।

सामान्‍य गेहूं से अधिक होती कीमत

अशोक कुमार ने बताया कि उक्त गेहूं के बीज को पुणे से मंगाए हैं। गेहूं की बोआई 30 से 35 किलो प्रति बिगहे की दर से की जाती है। इसका पैदावार 10 से 12 क्विंटल प्रति बिगहे होती है। उन्होंने बताया कि इस बार रासायनिक तरीके से खेती हुई थी। लेकिन, पैदावार और मुनाफा को देखते हुए आर्गेनिक तरीके से खेती करने की योजना बनाई गई है। यदि किसान इस गेहूं को खाने में इस्तेमाल करते हैं तो वे ज्यादा स्वस्थ्य रहेंगे और बेचने पर सामान्य गेंहूं से ज्यादा भाव मिलेगा। बाजार में सामान्य गेहूं 1600 से 1800 रुपए है। वहीं ये गेहूं तीन हजार रुपए से अधिक प्रति क्विंटल मार्केट में बिक रही है। बीज के रूप में यह 90 से 170 रुपए किलो बिक रही है। बीज उत्पाद कंपनी द्वारा गेहूं खरीदने का एग्रीमेंट भी किया गया है। यदि उपज एवं मुनाफे की दृष्टि से काले गेहूं की खेती की जाय तो निश्चित रुप से किसानों की आमदनी बढे़गी ।

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