Bihar Special: मानवता की मिसाल बने गया के संदी, बिछड़े को अपनों से मिलाने में महसूस करते सुकून

उच्च शिक्षा अर्जित कर अगर कोई काम नहीं करे तो समाज उसे नकारा मानता हैं लेकिन जब कुछ अलग करने की मंशा हो और उसमें सफलता मिलती है और एक नई पहचान बन जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ है प्रखंड के बरवाडीह गांव के संदीप यादव के साथ।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 05:33 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 05:33 PM (IST)
Bihar Special: मानवता की मिसाल बने गया के संदी, बिछड़े को अपनों से मिलाने में महसूस करते सुकून
बाराचटटी में संदीप को जीटी रोड पर इस स्थिति में मिले थे लोकुन दोगरा थारू। जागरण।

संवाद सूत्र, बाराचट्टी (गया)। उच्च शिक्षा अर्जित कर अगर कोई काम नहीं करे तो स्वजन व समाज उसे नकारा मानता हैं, लेकिन जब कुछ अलग करने की मंशा हो और उसमें सफलता मिलती है और एक नई पहचान बन जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ है प्रखंड के बरवाडीह गांव के संदीप यादव के साथ। संदीप ने स्नातकोत्तर तक की शिक्षा अर्जित की, जिससे कोई नौकरी लग जाए। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर अब विक्षिप्त या भूले-भटके लोगों को उनके स्वजनों से मिलाने का काम करने में जुट गए हैं। इसी क्रम में उन्होंने नेपाल के लोकुन दगोरा थारू को उनके स्वजनों से मिलाने का काम किया।

थारू को वे अपने घर लाए और कई दिनों तक उसे अपने साथ रखे। धीरे-धीरे थारू ने संदीप को अपने घर का पता बताया। जिसे संदीप ने इंटरनेट मीडिया पर जारी किया और इसकी सूचना बाराचट्टी थाना को दिया। बाद में भारतीय पुलिस ने नेपाल के कैलाली जिला पुलिस कार्यालय को सूचना दी और उसके स्वजनों को सौंप दिया गया। इस प्रकार 30 से अधिक लोगों को संदीप अपने स्वजनों से मिला चुका है।

आगामी 17 सितंबर तक चलेगा शिक्षक पर्व का कार्यक्रम

जासं, गया: आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रधानमंत्री की ओर से सात अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से शिक्षक पर्व-2021 का उद्घाटन किया गया। शिक्षक पर्व का यह कार्यक्रम 17 सितंबर तक चलेगा, जिसमें विविध विषयों पर प्रतिकूल ज्ञानात्मक व्याख्यान श्रृंखला आयोजित की जा रही है, जिसमें नई शिक्षा नीति-2020 के साथ विभिन्न विषयों पर वेबिनार में चर्चाएं होंगी। इससे देशभर के समस्त शिक्षक, छात्र-छात्राएं, अभिभावक लाभान्वित हो सकेंगे।

इस वर्ष के शिक्षक शिक्षक पर्व की थीम है- 'गुणवत्ता और सतत विद्यालय भारत में विद्यालयों से ज्ञान प्राप्ति। इसका उद्देश्य ना केवल सभी स्तरों पर शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करना है, बल्कि देशभर के विद्यालयों में गुणवत्ता, समावेशी प्रथाओं और स्थिरता में सुधार के लिए नवीन प्रथाओं को प्रोत्साहित करना है। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 गया की प्रभारी प्राचार्या डा. आमिना खातून के नेतृत्व में शिक्षक पर्व के विभिन्न कार्यक्रम में सहभागिता की जा रही है। इसकी जानकारी केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 के जनसूचना अधिकारी राकेश निशांत ने दी।

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