Bihar Politics: जीतनराम मांझी ने कहा-सभी थानों में एससी-एसटी ऑफिसर ही समुदाय से जुड़े मामले सुलझाएं, मतांतरण पर भी खूब बोले
पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर मतांतरण जातीय जनगणना और आरक्षण के कई मुद्दों पर खुलकर बोले। कहा हर थाना में एससी-एसटी ऑफिसर की तैनाती हो। लड़कियों में तकनीकी शिक्षा निशुल्क मिले।
गया, जागरण संवाददाता। 'देश में कामन स्कूलिंग सिस्टम लागू होना चाहिए। अगर कामन स्कूलिंग सिस्टम लागू हो तो हम आरक्षण से समझौता को तैयार हैं। सभी थानों में एक अनुसूचित जाति एवं एक अल्पसंख्यक समुदाय का अफसर पदस्थापित हो तथा उनसे जुड़े मामले को वही देखे। राज्य में लड़कियों की तकनीकी एवं सामान्य शिक्षा की मुफ्त व्यवस्था होनी चाहिए।' ये बातें हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पार्टी के छठे स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने इस मौके पर मतांतरण पर भी जमकर बोला। गया में स्थापना दिवस का उद्घाटन जीतन राम मांझी ने केक काटकर किया।
जातीय जनगणना होनी ही चाहिए
उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी होनी चाहिए हिस्सेदारी। देश में जातीय जनगणना होनी ही चाहिए। इसके लिए हम हर स्तर पर प्रयास करेगें।
मेरे मंदिर प्रवेश पर धोया गया
मांझी ने कहा कि बाबू जगजीवन राम उप प्रधानमंत्री थे, वे एक प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन को गए। उनके मंदिर से निकलने के बाद मंदिर धोया गया। ऐसा मेरे साथ भी मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए हुआ। यहां भेदभाव व छुआछूत होता रहा है और हाेता रहेगा।
गया में 125 लोगों के मतांतरण पर कहा कि धर्म परिर्वतन व्यक्ति की आजादी का मामला है। संविधान भी इसे नहीं रोकता है। संविधान ने हक दिया है कि अपने मन मुताबिक दूसरे धर्म को अपना सकते हैं। मैं किसी धर्म में विश्वास नहीं रखता, मानव धर्म को मानता हूं। कर्म को ही पूजा मानता हूं। यदि कोई धर्म परिवर्तन कर दूसरे घर में जा रहा है तो उस घर के मालिक को सोचना चाहिए कि लोग क्यों जा रहे हैं। यहां छुआछूत की भावना है, लोग अपने मन से मतांतरण करना चाहते हैं, इससे कोई खतरा नहीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हम के वरिष्ठ नेता रोमित कुमार ने की। संचालन जिलाध्यक्ष सिवगतुल्लाह खां उर्फ टूटू खां ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेश्वर यादव, मार्कण्डेय प्रसाद, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडेय आदि शामिल हुए।