बिहार: प्रेमिका ने मांगा चांद तो इस युवक ने खरीद ली चांद की एक एकड़ जमीन, जानिए मामला

बिहार के गया के रहनेवाले एक कारोबारी ने चांद पर एक एकड़ जमीन खरीदी है। उसे जमीन के कागजात मिल गए हैं। अब उसने लूनर सिटिजनशिप भी ग्रहण कर लिया है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 03:54 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 11:03 PM (IST)
बिहार: प्रेमिका ने मांगा चांद तो इस युवक ने खरीद ली चांद की एक एकड़ जमीन, जानिए मामला
बिहार: प्रेमिका ने मांगा चांद तो इस युवक ने खरीद ली चांद की एक एकड़ जमीन, जानिए मामला

गया, विनय कुमार मिश्र। कहते हैं कि किसी पुरुष की सफलता के पीछे किसी महिला का हाथ होता है। कुछ इसी तरह का वाकया बोधगया के एक कारोबारी नीरज कुमार गिरि के साथ हुआ है। उन्‍होंने प्रेमिका से प्रेरणा पाकर चांद पर एक एकड़ प्लाट खरीदने की चाहत पाली और लगभग डेढ़ वर्ष के परिश्रम के बाद इसमें सफलता प्राप्त की। नीरज देश के चौथे व्यक्ति हैं, जिन्‍होंने चांद पर प्लॉट की खरीदारी की है।

बकौल नीरज, अभी तक चांद पर जमीन खरीदने वालों में देश के एक कारोबारी और फिल्मी अभिनेता शाहरूख खान व दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत शामिल हैं। बिहार के सुशांत सिंह राजपूत ने प्लॉट खरीदारी में अपना पता मुंबई का दिया। इस लिहाज से देखें तो नीरज बिहार के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने चांद पर प्लॉट खरीदी है। 

लूनर सोसाइटी इंटरनेशनल में कराया पंजीयन 

नीरज ने अपने जन्म दिन 29 अक्टूबर 2019 के दिन लूनर सोसाइटी इंटरनेशनल के माध्यम से इस प्‍लॉट का ऑनलाइन पंजीयन कराया। इसके बाद सोसाइटी द्वारा मांगे गए दस्तावेजों को ऑनलाइन भरा। तय राशि सोसाइटी के खाते में ऑनलाइन जमा किया। नीरज कहते हैं कि प्लॉट की कीमत से ज्यादा दस्तावेजों की प्रक्रिया जटिल और लंबी है। 22 जून 2020 को ई-मेल के माध्यम से उन्‍हें चांद पर एक एकड़ प्लॉट की उनके नाम से बुकिंग की ऑनलाइन जानकारी दी गयी। इसके बाद ऑनलाइन पीडीएफ के माध्यम से प्लॉट का दस्‍तावेज भी भेज दिया गया। इस प्रकार नीरज को लूनर रिपब्लिक की सिटीजनशिप मिल गयी, जिसका प्रमाण पत्र लूनर सोसाइटी इंटरनेशनल द्वारा जारी किया गया।

कौन हैं नीरज 

नीरज बोधगया प्रखंड के बतसपुर गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता कृष्णनंदन गिरि जयप्रकाश आंदोलन के सेनानी रहे। उनका बचपन बोधगया में बीता, लेकिन पढ़ाई के लिए रांची में अधिक समय व्यतीत किया। उन्‍हें बचपन से कुछ अलग दिखने और करने का शौक रहा है। अपनी शौक के अनुसार आज वे बीएमडब्ल्यू कार से चलते हैं।

नीरज के परिवार में मां-पिता के अलावे तीन भाई और एक बहन हैं। नीरज सबसे छोटे हैं। पिता बोधगया में गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र चलाते हैं। बहन होम्योपैथिक चिकित्सक हैं। एक बड़े भाई पिता के साथ जुड़े हैं। दूसरे पढ़ाई कर रहे हैं। नीरज ने अपना काम जमीन कारोबार से शुरू किया और आज बिंदा राहिणी न्यू वर्ल्‍ड कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. नामक कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं।

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