Bihar स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में, दो माह में Expire हो जाएंगी रेफरल अस्पताल की दवाइयां

बिहार स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की कार्यशैली पर एक बार फिर प्रश्‍नचिन्‍ह लग गया है। संभव है कि जांच के बाद कोरोना की दवा खरीद और वितरण में बड़ा घोटाला सामने आए। नियमों को ताक पर रखकर आपदा को अवसर में बदलने का काम किया गया है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 03:47 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 03:47 PM (IST)
Bihar स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में, दो माह में Expire हो जाएंगी रेफरल अस्पताल की दवाइयां
दो माह में एक्‍सपायर होने वाली दवाइयों की हुई सप्‍लाई। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, रामगढ़ (भभुआ)। अस्पतालों में आपूर्ति की गई दवा की एक्सपायरी तिथि समाप्त होने के कगार पर है। जिस मरीजों को यह दवा मर्ज के लिए दी जानी है वे खुद ही एक्सपायरी होने वाली है। ऐसे में कैसे मरीजों के मर्ज को ठीक किया जाएगा। यह एक यक्ष प्रश्न रामगढ़ के रेफरल अस्पताल पर बना हुआ है।

सरकार द्वारा कंपनी से आई इस दवाओं को एक्सपायरी तिथि से दो माह पहले लिए जाने का मामला रहस्य का विषय बना हुआ है। इतनी भारी मात्रा में दवाओं की आपूर्ति आनन फानन में जिले के सभी अस्पतालों को की गई है तथा संबंधित अस्पतालों को ससमय इस दवा को रिसिव करने का निर्देश भी हुआ। जिला के फरमान के बाद दवाएं सभी मैनेजर द्वारा दो महीने में एक्सपायरी होने की बात जानकर भी रिसिव किया गया।

वर्ष 2019 व 2020 के शुरुआती महीनों में बनी दवाएं जुलाई में एक्सपायर हो रही हैं। लाखों रुपये की दवा कुछ ही दिन बाद निरस्त हो जाएंगी। अब एक माह के अंदर इन दवाओं की खपत मरीजों में कैसे स्वास्थ्य विभाग करेगा। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। अब सवाल यह उठ रहा है कि इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बाद भी एक्सपायरी तिथि से दो माह पहले इन दवाओं का आवंटन क्यों किया गया। गरीब व कम पढ़े लिखे लोग तो प्राप्त होने वाली यह दवाएं ले जा रहे हैं। लेकिन, पढ़े लिखे लोग दवा की एक्सपायरी तिथि देख दवा वितरण काउंटर पर बकझक कर रहे हैं। कुछ तो बगैर दवा लिए ही लौट जा रहे हैं।

सभी एंटीबायोटिक दवा से लेकर एनालजिसिक दवाएं की एक्सपायरी तिथि सात जुलाई है, जबकि इन दवाओं की आपूर्ति इसी जून माह में जिले में हुई है। इस संबंध में रेफरल अस्पताल के दवा वितरक प्रभारी अमोद कुमार ने कहा कि हमलोग क्या करें। जिला से यही दवा रिसिव करने का निर्देश प्राप्त हुआ था। अधिकतर दवाएं एक माह में ही एक्सपायर हो रही है। कुछ लोग तो दवा की एक्सपायरी तिथि देखकर दवा काउंटर पर फेंक कर चले जा रहे हैं।

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