Bihar Coronavirus cases: गया जिले में हर घंटे औसतन 10 व्यक्ति हो रहे संक्रमित, टूट रहा रिकॉर्ड
Corona cases Breaking Record in Bihar शुक्रवार को रिकॉर्ड 24 घंटे में मिले 238 संक्रमित मरीज कई घरों में छोटे-छोटे बच्चों की रिपोर्ट भी आ रही पॉजिटिव मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का पालन करना अब और हुआ जरूरी।
जागरण संवाददाता, गया। गया जिले में कोरोना का संक्रमण थमने के बजाय दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहा है। मरीजों के बढ़ते आंकड़े लोगों को डरा रहे हैं। बीते 10 दिनों में जिस तरह से संक्रमण ने अपना व्यापक रूप दिखाया है उससे चिंता लाजमी है। गया जिले में अभी कोरोना के 907 एक्टिव मरीज हैं। बीते शुक्रवार को ही अब तक का रिकॉर्ड 24 घण्टे में 238 मरीज कोविड-19 वायरस की जांच के बाद चिन्हित किए गए। इस एक दिन के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो गया जिले में हर 1 घंटे में औसतन 10 संक्रमित मरीज चिन्हित हो रहे हैं।
हर उम्र के लोगों को शिकार बना रहा वायरस, छोटे बच्चे भी हो रहे संक्रमित
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हर उम्र के लोग इस बार कोविड-19 वायरस की चपेट में आ रहे हैं। बुजुर्गों के लिए पहले से ही सबसे अधिक खतरा बताया गया है। इधर, कई जगहों पर छोटे-छोटे बच्चों की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। 4 साल से लेकर 10 साल, 12 साल के किशोर उम्र के बच्चे भी संक्रमण के शिकार हुए हैं। 20 से 25 साल के युवा भी इस बार बीमार हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना वायरस को लेकर जो भी गाइडलाइन जारी किए गए हैं उसके प्रति हर एक समाज, हर एक व्यक्ति अधिक संवेदनशील हो। घरों के बाहर और अंदर भी मास्क पहन कर रहने की जरूरत है ताकि सभी सुरक्षित रह सकें। भीड़-भाड़ में जाने से बचने की बहुत जरूरत है।
बाजार में फिर से बढ़ी मास्क और सैनिटाइजर की मांग
संक्रमण की दूसरी लहर बढ़ते ही बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है। बीते 1 सप्ताह में करीब 20 फीसद तक इन सुरक्षा उपायों को लेकर लोग दुकानों पर पहुंच रहे हैं। दबा मंडी, गया के थोक विक्रेता ने कहा कि कोरोना के चलते मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री में 20 फीसद तक तेजी आई है। बाजार में यह सभी सामान पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
गया जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों पर एक नजर
तारीख - मरीज की संख्या
31 मार्च- 21
1 अप्रैल- 17
2 अप्रैल- 24
3 अप्रैल-27
4 अप्रैल- 40
5 अप्रैल- 54
6 अप्रैल- 117
7 अप्रैल- 205
8 अप्रैल- 160
9 अप्रैल- 238