बेलागंज की काली माई और खिजरसराय के शिवाला महादेव में आज विजयी प्रत्याशियों की दिखेगी आस्था

एक तरह से रीति रही है कि विजयी उम्‍मीदवार सर्टिफिकेट पाते ही मंदिरों-मस्जिदों में जाते हैं। किस्‍मत साथ देने पर वे भगवान के दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं। भाग्‍य आजमाने वाले प्रत्‍याशी ज्‍योतिषों से पूछकर शुभ मुहूर्त में नामांकन से लेकर प्रचार प्रसार करते हैं।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 11:54 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:54 AM (IST)
बेलागंज की काली माई और खिजरसराय के शिवाला महादेव में आज  विजयी प्रत्याशियों की दिखेगी आस्था
माला व पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदार में भी उत्‍साह। जागरण।

जागरण संवाददाता, गया। पंचायत चुनाव में आज अनेकों प्रत्याशियों की मन्नतें पूरी होंगी। जो प्रत्याशी चुनाव जीत जाएंगे वह अपने भगवान, देवी- देवताओं, कुल देवता के समक्ष मन्दिरों में पहुंचकर अपनी आस्था दोबारा से प्रकट करेंगे। पहले चरण के लिए गया जिले में बेलागंज और खिजरसराय में पंचायत चुनाव के बाद आज मतगणना हो रही है। दोपहर बाद चुनाव नतीजे काफी हद तक स्पष्ट हो जाएंगे। इसके बाद विजयी प्रत्याशी आस्था के दरबार में पहुंचेगे। बेलागंज का ऐतिहासिक काली माई का मंदिर तमाम विजयी प्रत्याशियों को अपनी ओर खींचेगा। सुबह में भी यहां कई प्रत्याशी मतगणना केंद्र पर जाने से पहले मां काली का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।

दोपहर बाद यहां सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने की उम्मीद है। मंदिर के आसपास पूजा सामग्री, फूल- माला के दुकानदार भी उत्साहित हैं। इधर, खिजरसराय प्रखंड की बात करें तो यहां के स्थानीय शिवाला मंदिर में विराजमान बाबा भोलेनाथ में तमाम भक्तों की अटूट आस्था है। नामांकन के दौरान ज्यादातर प्रत्याशियों ने यहां के महादेव से आशीर्वाद लेकर ही निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष अपना नामांकन पत्र भरा था। पंचायत चुनाव में जीते हुए प्रत्याशी महादेव के समक्ष अपनी कामना पूर्ति के बाद माथा टेकने पहुंचेंगे। भोले बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करेंगे।

एक तरह से रीति रही है कि विजयी उम्‍मीदवार सर्टिफिकेट पाते ही मंदिरों-मस्जिदों में जाते हैं। कई उम्‍मीदवारों ने मंदिरों में मन्‍नत मांग रखी होती है। किस्‍मत साथ देने पर वे भगवान के दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं। भाग्‍य आजमाने वाले प्रत्‍याशी ज्‍योतिषों से पूछकर शुभ मुहूर्त में नामांकन से लेकर प्रचार प्रसार करते हैं। अपना वोट भी शुभ मुहूर्त में देते हैं। परिवार वाले और कार्यकर्ता ज्‍योतिष के चक्‍कर लगाते रहते हैं। अंक ज्‍योतिष के अनुसार वोटों की गणना में भी विश्‍वास रखते हैं। ग्रहों की स्थिति पर भी नजर रखते हैं। प्रत्‍याशियों के अलावा कार्यकर्ता भी परिणाम आने के बाद मंदिरों में पूजा-पाठ करते हैं।

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