आयुष्मान बना वरदान, गया में स्मार्ट कार्ड से 8910 लोगों को हुआ मुफ्त इलाज

23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का शुभारंभ किया था। आज पटना में आयोजित तृतीय वार्षिेकोत्सव गया जिले के नौ लाभुक शामिल होंगे। औसतन हरेक लाभुक पर 11 हजार 212 रुपए इलाज के नाम पर खर्च हुए। गया में 20 लाख 92 हजार 478 लाभुक।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 06:27 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:27 AM (IST)
आयुष्मान बना वरदान, गया में स्मार्ट कार्ड से 8910 लोगों को हुआ मुफ्त इलाज
स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना के तहत लाभुकों के इलाज पर 9.99 करोड़ रुपए खर्च किए गए, सांकेतिक तस्‍वीर।

गया, विनय कुमार पांडेय। गरीब परिवारों के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना वरदान साबित हुआ है। योजना शुरू होने के बाद से अब तक तीन सालों में 8910 लाभुकों का मुफ्त इलाज हुआ है। इन परिवारों पर स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 9 करोड़ 99 लाख 173 रुपए खर्च किए गए। औसतन हरेक बीमार व्यक्ति पर केंद्र सरकार ने इलाज पर 11 हजार 212 रुपए खर्च किए। आयुष्मान कार्ड से लाभुक परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज कराने की सुविधा दी गई है। जिला समेत राज्य और देश स्तर के तमाम बड़े अस्पतालों, निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के जरिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था है। इस योजना के तहत गया जिले में सभी 27 सरकारी अस्पतालों के अलावा 19 निजी अस्पताल सूचिबद्ध हैं। जहां इलाज, जांच, दवा आदि सबकुछ मुफ्त होता है।

आज पटना में हो रहे वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे कई लााभुक

आयुष्मान भारत योजना का आज तीन साल पूरा हो रहा है। पटना के ज्ञान भवन स्थित सम्राट अशोक कंवेंशन सेंटर में तृतीय वार्षिेकोत्सव मनाया जा रहा है। जिले से नौ लाभुक इसमें शिरकत करने आज जाएंगे। यहां सीएम नीतीश कुमार का संबोधन होगा। लाभुक उत्साहित हैं।

कैंसर से परेशान महिला का मुफ्त हुआ इलाज

बाराचट्टी प्रखंड की बजरकर निवासी मेहतरबा खानम को इसी साल मार्च में कैंसर का इलाज हुआ। आयुष्मान कार्ड से उन्हें पटना के महावीर कैंसर संस्थान अस्पताल में मुफ्त इलाज किया गया। दवा भी मुफ्त में मिली। अभी वह पहले से ठीक हैं। इनकी बेटी निखत नवाज बताती हैं कि प्रधानमंत्री की ओर से मुफ्त इलाज को लेकर शुरू की गई आयुष्मान योजना बहुत ही बेहतर है। इससे गरीबों को लाभ मिला है।

हर्ट की तकलीफ में लगाया गया पेसमेकर

छोटकी नवादा, गया निवासी अशोक कुमार करीब दो माह पहले हर्ट की तकलीफ से परेशान थे। डाक्टरों ने समुचित इलाज की सलाह दी। जिसके बाद पटना के इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान में पेसमेकर लगाया गया। सारा इलाज मुफ्त हुआ। इनके पुत्र राकेश कुमार ने कहा कि आयुष्मान कार्ड से लाभ मिला। कार्ड भी अस्पताल में ही बन गया।

जिले में कार्ड बनाने की रफ्तार सुस्त, 1.85 लाख कार्ड ही बनें

गया जिले में आयुष्मान कार्ड के 20 लाख 92 हजार 478 लाभुक हैं। जानकारी के मुताबिक जिले भर में अभी तक 1 लाख 85 हजार 357 लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है। सितंबर माह में अभी तक करीब 2700 कार्ड निर्गत किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक नलीन मौर्य ने बताया कि कार्ड मुफ्त में बनता है। यह एक पीवीसी कार्ड होगा। जिसे आसानी से साथ रखा जा सकता है।

इन अस्पतालों में मान्य है आयुष्मान कार्ड

अनवनीत निश्चत हड्डी अस्पताल, मगध कालोनी में हरिहर ग्लोबल अस्पताल, हीङ्क्षलग टच अस्पताल, ङ्क्षजदल अस्पताल, कुमार मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, श्रीराम अस्पताल दुखहरनी मंदिर, श्री शोभा नर्सिंग होम रामसागर रोड, बांकेबाजार स्थित अहमद लाइफ केयर अस्पताल, डोभी स्थित आशुतोष आरोग्य सदन, मानपुर स्थित बीडी अस्पताल व सिद्धनाथ नर्सिंग होम, चेरकी में मां गायत्री मेमोरियल अस्पताल, डुमरिया में ङ्क्षहद नर्सिंग होम, बोधगया में बुद्धा नर्सिंग होम, खिजरसराय में गायत्री सेवा सदन तथा वातजातम अस्पताल ।

कार्ड बनने का राज्य औसत- 12 प्रतिशत

कार्ड बनने का जिला औसत- 9 प्रतिशत

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