जागा वोटर, जल व जाम पर जगाएगा प्रत्याशियों को
गया विष्णु नगरी पितरों को मोक्ष दिलाने वाला शहर। मां मंगलागौरी पितृपक्ष मेला महासंगम विष्णुपद मंदिर फल्गु नदी सीता कुंड अक्षय वट ब्रह्मयोनि पहाड़ सुर्यकुंड और कई पौराणिक गाथाओं को साथ लेकर चलने वाला शहर।
गया : विष्णु नगरी पितरों को मोक्ष दिलाने वाला शहर। मां मंगलागौरी, पितृपक्ष मेला महासंगम, विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी, सीता कुंड, अक्षय वट, ब्रह्मयोनि पहाड़, सुर्यकुंड और कई पौराणिक गाथाओं को साथ लेकर चलने वाला शहर। बात हो रही है गया शहरी विधानसभा क्षेत्र की। फल्गु नदी के तटीय इलाके में पिडदान करने का बड़ा महत्व है। गया की जितनी प्रसिद्धि है उतना विकास नहीं हो पाया। प्रत्येक वर्ष यहां देश-विदेश से तीर्थयात्री काफी संख्या में आते हैं। उन्हें देखते हुए यहां रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इस विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को कई मुद्दों को मतदाता सामने रखेंगे।
------------
जरूरत से कम मिल रहा शहरवासियों को पानी शहरवासियों को जरूरत से आधा से भी कम पानी मिल रहा है। क्योंकि मात्र 30 मिलियन लीटर पानी ही मिल रहा है। जबकि शहर में 70 मिलियन लीटर पानी की आवश्कता है। जलापूर्ति को लेकर शहर में कई जलापूर्ति केंद्र के साथ भैट का भी निर्माण नगर निगम द्वारा किया गया है। उसके बाद भी शहर में 17 स्थानों पर टैंकर से आपूर्ति की जा रही है। सबसे अधिक पानी की किल्लत वार्ड संख्या छह के वागेश्वरी, संजयनगर, ठाकुरबाड़ी एवं बमबाबा मोहल्ले में बना है। इसके अलावा वार्ड 11 में मुरलीहील, वार्ड 28 में, वार्ड 40 के करसिल्ली पहाड़ी बसे लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। जबकि बुडको द्वारा पानी को लेकर कार्य किया है। जो सितंबर 2021 में शहर में स्थित सभी घरों को शुद्ध पानी मिले। जलापूर्ति संबंधित कार्य 375 करोड़ रुपये की राशि हो रही है।
-----------------
चापाकल - 750
जलापूर्ति केंद्र - 11
मिनी जलापूर्ति केंद्र - 250
प्याऊ - 210
टैंकर - 30
---------------- शहर में जाम के झाम से आम लोग परेशान, नहीं बना फ्लाईओवर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ने लोगों को परेशान कर रखा है। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार यहां के चुनावी मुद्दे हो सकते हैं। वहीं, शहर में जीबी रोड,रमना रोड, एपी कॉलोनी, सराय रोड, स्टेशन रोड,बागेश्वरी रोड सहित कई सड़कों की चौड़ीकरण नही होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। वही शहर में फ्लाइओवर ब्रिज नहीं रहने से जाम की समस्या है। हर रोज लोगों को जाम की समस्या से गुजरना पड़ता है। शहर के बागेश्वरी गुमटी पर फ्लाईओवर ब्रिज नहीं। छोटे-छोटे बच्चों को रेलवे ट्रैक पार कर स्कूल जाने परेशानी होती है। अति व्यस्त जीबी रोड से सराय रोड होते हुए फल्गु ओवरब्रिज तक फ्लाई ओवर,स्टेशन रोड के बाटा मोड़ पास फ्लाई ओवर बनाने की योजना अबतक पूरा नहीं हुआ। जबकि जाम से निजात दिलाने के नगर निगम ने जीबी एवं केपी को छह करोड़ रुपये की राशि से चौड़ीकरण कर रहा है। जिससे लोगों को जाम से निजात मिलेगा।
------------------
खेलकूद का मैदान बदहाल : शहर में युवा खेलकूद मैदान की बदहाली से परेशान। स्टेडियम का निर्माण शहर में अबतक नही हुई। गांधी मैदान स्टेडियम की चहारदीवारी टूटा हुआ। इसमें ज्यादातर खेलों का आयोजन नहीं हो पाता है। विभिन्न खेलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। जो अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेलों में अपनी प्रतिभा से अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में जीत हासिल कर गया का नाम रोशन किया है। इन खेलों में क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, बैडमिटन, तैराकी, ताइक्वांडो एवं हॉकी सहित कई खेल के खिलाड़ी है।
----------
अतिक्रमण का शिकार हुआ केपी रोड शहर का मुख्य बाजार केपी रोड पूरी तरह से अतिक्रमण कर शिकार बनकर रह गया है। सुबह से लेकर रात तक सड़कों पर काफी संख्या में दुकानें सजी रहती हैं। जिसके कारण 80 फीट चौड़ी रोड अतिक्रमण की भेंट चढ़कर मात्र आठ फीट की रह गई है। इसके कारण यहां हमेशा सड़क जाम रहता है। सड़क पर वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है।
-----------------
संसाधन के बाद भी स्वच्छता रैकिग में पीछे स्वच्छ भारत मिशन द्वारा गया स्वच्छता सर्वे में गया शहर देश में सबसे पीछे रहा। जबकि संसाधन में कोई कमी नहीं है। सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम कई तरह के वाहन, मशीन एवं 1710 सफाईकर्मी को लगा रहा है। उसके बाद भी कार्य में लापरवाही हो रही है। शहर प्रत्येक दिन ढाई सौ टन कचरा निकलता है। जिसमें 40 फीसदी सूखा एवं 60 फीसदी गीला कचरा रहता है। उक्त कचरे को डंपिग शहर से बाहर नैली गांव के पास खुले किया जा रहा है। जिसने लोगों को परेशानी बढ़ रखी है।
-----------
सफाईकर्मी - 1710
टेंपू - 77
ट्रैक्टर - 26
हैपर - 40
हाईवा - 06
जेसीबी - 06
मिनी लोडर - 03
ठेला - 225