स्वच्छता मिशन योजना को पलीता लगा रहे औरंगाबाद के अधिकारी, सामुदायिक शौचालयों का है बुरा हाल

कहीं न कहीं जिम्मेदार अधिकारी स्‍वच्‍छता मिशन योजना में पलीता लगा रहे हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में औरंगाबाद के ग्राम पंचायतों में कुल 238 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य शुरू हुआ। इसमें से अबतक महज 125 सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ113 का निर्माण कार्य अधर में लटका है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:36 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:36 AM (IST)
स्वच्छता मिशन योजना को पलीता लगा रहे औरंगाबाद के अधिकारी, सामुदायिक शौचालयों का है बुरा हाल
सामुदायिक शौचालय निर्माण में गजब की लापरवाही, सांकेतिक तस्‍वीर।

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। स्वच्छ भारत मिशन योजना का सपना औरंगाबाद में साकार होता नहीं दिख रहा है। कहीं न कहीं जिम्मेदार अधिकारी योजना में पलीता लगा रहे हैं। तभी तो पिछले वित्तीय वर्ष में ग्राम पंचायतों में कुल 238 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य शुरू हुआ। इसमें से अबतक महज 125 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूरा किया गया है। जबकि 113 का निर्माण कार्य अभी अधर में लटका है।

औरंगाबाद में सामुदायिक शौचालय निर्माण में गजब की लापरवाही दिख रही है। यहां किसी शौचालय की कहीं दीवार खड़ी है तो कहीं छत लगाकर छोड़ दिया गया है। विडंबना तो इस बात की भी है कि जो सामुदायिक शौचालय बन गए हैं, उनकी भी सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं है। कई जगह जमीन के अभाव में शौचालय का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।

यहां बता दें कि सामुदायिक शौचालय का मुख्य उद्देश्य था कि भूमिहीन परिवारों को भी खुले में शौच जाने की मजबूरी ना हो। ऐसे परिवारों के लिए उनके ही टोले में सुविधायुक्‍त सामुदायिक शौचालय का निर्माण करना था। इसके अलावा गांवों में होने वाले शादी समारोह हो या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए लोगों को खुले में शौच करने से रोकने के लिए सरकार ने 2020 में हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय बनवाने का निर्णय लिया था। इसमें शौचालय से अटैच बाथरूम भी बनवाना था। मजदूरी के लिए मनरेगा से व्यवस्था की गई थी। वर्ष 2020-21 में जिले के सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया। सभी में निर्माण कार्य शुरू तो हुआ परंतु अभी तक पूरा नहीं हुआ। हालात यह है कि सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना अभी तक धरातल पर नहीं उतर सकी है।

प्रखंड का नाम  - लक्ष्य - प्राप्ति - प्रगति

1. औरंगाबाद - 20     -        12        -     08

2. बारुण -            27     -        13     -        14

3. दाउदनगर  -          18     -        15   -          03

4. देव  -           27   -          24    -         01

5. गोह    -         29     -        07    -         22

6. हसपुरा   -          11   -          08   -          03

7. कुटुंबा   -          22      -       12    -         10

8. मदनपुर  -           18      -       10    -         08

9. नवीनगर   -          22   -          09  -           15

10. ओबरा   -          21    -         09   -          12

11. रफीगंज    -         23     -        06     -        13

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कुल    :          238    -         125   -          113

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