Aurangabad News: बीसीए की परीक्षा परिणाम लंबित रहने पर किशोरी सिन्‍हा महिला कॉलेज के छात्राओं का भड़का आक्रोश

बीसीए की परीक्षा का परिणाम लंबित रहने के खिलाफ सोमवार को किशोरी सिन्हा महिला कालेज की छात्राओं का आक्रोश फूट पड़ा। परिणाम के लिए कालेज पहुंची छात्राओं को जब रिजल्ट नहीं मिला तो आक्रोशित हो गईं और हंगामा करने लगीं।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:45 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:45 PM (IST)
Aurangabad News: बीसीए की परीक्षा परिणाम लंबित रहने पर किशोरी सिन्‍हा महिला कॉलेज के छात्राओं का भड़का आक्रोश
महिला कालेज में तालाबंदी कर हंगामा करतीं छात्राएं। जागरण फोटो।

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। बीसीए की परीक्षा का परिणाम लंबित रहने के खिलाफ सोमवार को जिला मुख्यालय के किशोरी सिन्हा महिला कालेज की छात्राओं का आक्रोश फूट पड़ा। परिणाम के लिए कालेज पहुंची छात्राओं को जब रिजल्ट नहीं मिला तो आक्रोशित हो गईं और हंगामा करने लगीं। कालेज के कार्यालय भवन की मुख्य गेट में तालाबंदी कर दी। हंगामा की सूचना पर अभाविप छात्र संघ के नेता सह विश्वविद्यालय सिनेट सदस्य दीपक कुमार, संघ के आशिका सिंह, नगर थाना के दारोगा दीपा ज्योति, नाजिया खातुन, एएसआइ एके सिंह पुलिसबल के साथ पहुंचे और हंगामा कर रही छात्राओं से बात की। कालेज के प्राचार्य रेखा सिंह से भी वार्ता हुई। प्राचार्य कक्ष में वार्ता होती रही और गेट में तालाबंदी कर छात्राएं हंगामा करती रहीं। छात्राएं करीब दो घंटे तक तालाबंदी कर हंगामा करती रहीं।

बीसीए की छात्रा संजना कुमारी, पुष्पम कुमारी समेत अन्य छात्राओं ने कहा कि बीसीए का परीक्षा परिणाम लंबित रहने से सभी छात्राएं काफी परेशान हैं। परीक्षा नौ माह पहले हुआ था। अन्य कालेजों में चार माह पहले परीक्षा का परिणाम आ गया है और इस कालेज में आजतक नहीं मिला है। परीक्षा का परिणाम नहीं मिलने से तृतीय खंड में नामांकन नहीं ले पा रहे हैं।

वार्ता के दौरान प्राचार्या डा. रेखा कुमारी ने कहा कि परीक्षा का परिणाम कालेज से नहीं मिलता है। मगध विश्वविद्यालय बोधगया से परिणाम नहीं आने के के कारण छात्राओं को नहीं मिल पा रहा है। परीक्षा का परिणाम के लिए विश्वविद्यालय से लगातार संपर्क किया जा रहा है। कहा कि बीसीए के अलावा मनोविज्ञान का भी रिजल्ट लंबित है। विश्वविद्यालय सीनेट सदस्य ने कहा कि विश्वविद्यालय की लापरवाही से अबतक परीक्षा का परिणाम नहीं आया है। परीक्षा का परिणाम कई माह तक लंबित रहने से छात्र व छात्राओं को काफी परेशानी होती है। आगे की वर्ग में नामांकन नहीं ले पाते हैं।  

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से मोबाइल पर बात की और छात्राओं को सुनाया। परीक्षा नियंत्रक ने दो दिन में परिणाम कालेज में भेजे देने की बात कही। तीन दिन में परीक्षा का परिणाम मिल जाने का आश्वासन के बाद छात्राएं शांत हुईं और गेट में लगाए गए ताला को खोला। तालाबंदी से अपने अपने कार्य के लिए कालेज पहुंची अन्य छात्राएं काफी परेशान रहीं।

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