औरंगाबाद सांसद ने कहा-सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों को मिले कड़ी सजा, यह बेहद घृृणित अपराध
छात्रा के साथ दुष्कर्म किए आरोपितों को सख्त सजा दिलाने की मांग उठने लगी है। रविवार को सांसद सुशील कुमार सिंह पीड़िता से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे। मिलकर घटना की जानकारी ली। इसके बाद सांसद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह घृणित अपराध है।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। छात्रा के साथ दुष्कर्म किए आरोपितों को सख्त सजा दिलाने की मांग उठने लगी है। रविवार को सांसद सुशील कुमार सिंह पीड़िता से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे। मिलकर घटना की जानकारी ली। इसके बाद सांसद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह घृणित अपराध है। ऐसे किसी भी दरिंदों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। मैंने पीड़ित परिवार से कहा है कि आप किसी के दबाव में समझौता नहीं करिएगा। उन्होंने इस मामले में स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की।
पीड़िता के स्वजन डर के साये में जी रहे
रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी प्रमोद सिंह ने कहा कि घटना के बाद से पीड़िता के स्वजन सहमे हुए हैं। वे डर से कांप रहे हैं। दोषियों को पुलिस तत्काल सख्त सजा दिलाए। जदयू नेत्री डा. निशा सिंह पीड़ित छात्रा के साथ सदर अस्पताल से लेकर अस्पताल तक रहीं। कहा कि दरिंदों को पुलिस तत्काल सजा दिलाए। इस घटना के दोषी पकड़े गए हैं। मैं इस परिवार के साथ खड़ी हूं। उधर जदयू नेता तेजेंद्र कुमार सिंह, सदर प्रखंड अध्यक्ष अजिताभ कुमार सिंह उर्फ रिंकू, ऊंकार नाथ सिंह एवं सत्येंद्र चंद्रवंशी ने दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग एसपी से किया है। सभी ने अपने बयान में कहा है कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश
इधर घटना के बाद से गांव में तनाव है। रविवार को तनाव की सूचना पर थानाध्यक्ष संजय कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर विजय सिंह अपने सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे और उग्र ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया। परंतु आक्रोशित ग्रामीण इस घटना में संलिप्त मनचले युवकों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि तीनों आरोपितों को मुफ्फसिल थाना पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों ने कहा कि 24 घंटे के अंदर फरार दो आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो विवश होकर हमलोग सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। घटना में संलिप्त सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग ग्रामीणों ने की है।