पंचायत चुनाव में लापरवाही पर औरंगाबाद डीएम ने रोका बीडीओ का वेतन, 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब
औरंगाबाद के डीएम ने पंचायत चुनाव में लापरवाही बरतने के आरोप में ओबरा प्रखंड के बीडीयो पर एक्शन लिया है। पंचायत आम निर्वाचन संबंधित कार्यों में घोर लापरवाही के आरोप में बीडीयो से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा किया है।
दाउदनगर (औरंगाबाद), संवाद सहयोगी । पंचायत चुनाव में लापरवाही के आरोप में जिला निर्वाचन पदाधिकारी पंचायत सह जिला पदाधिकारी ने बीडीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। इधर डीएम द्वारा भेजे गए स्पष्टीकरण पत्र में कहा गया है कि बीडीओ द्वारा पंचायत आम निर्वाचन संबंधित कार्यों में घोर लापरवाही बरती जा रही है। ओबरा प्रखंड अंतर्गत निर्धारित क्लस्टर सेंटरों पर किसी प्रकार की आधारभूत सुविधा बीडीओ द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई और यह गंभीर विषय है।
महत्वपूर्ण है कि ओबरा प्रखंड के लिए बीडीओ निर्वाची पदाधिकारी अधिसूचित हैं तथा शांतिपूर्ण, स्वच्छ एवं निष्पक्ष मतदान के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार भी। निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरतने एवं इसकी अनदेखी करना बीडीओ के कार्य के प्रति घोर लापरवाही एवं मनमाना कार्य करने का द्योतक है। डीएम ने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण पत्र समर्पित करने को कहा है। पूछा है कि क्यों नहीं लापरवाही के लिए बीडीओ के विरुद्ध प्रपत्र क में आरोप गठित कर अग्रिम कार्रवाई के लिए विभाग को प्रतिवेदित कर दिया जाए। बीडीओ का वेतन भी स्थगित कर दिया गया है। डीएम ने कहा कि स्पष्टीकरण प्राप्त होने एवं उस पर युक्तियुक्त निर्णय लिए जाने तक वेतन स्थगित किया जाता है।
जारी पत्र में डीएम ने बीडीओ को निर्देश दिया है कि सभी निर्धारित कलस्टर सेंटरों पर मंगलवार की रात तक सभी प्रकार के मूलभूत सुविधाएं एवं अन्य व्यवस्था उपलब्ध कराएं। डीएम ने इस पत्र की प्रतिलिपि सभी निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी औरंगाबाद, जिला सहायक निर्वाची पदाधिकारी सभी प्रखंड, अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर एवं औरंगाबाद, जिला पंचायत राज पदाधिकारी औरंगाबाद, उप निर्वाचन पदाधिकारी औरंगाबाद और सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को सूचनार्थ प्रेषित कर दिया है। गौरतलब है कि बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण के लिए ओबरा प्रखंड की 20 पंचायतों में वोटिंग हुई। आठवें चरण के मतदान के लिए 1927 मतदान कर्मी की ड्यूटी लगाई गई। इस दौरान बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखे। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 168 पीसीसीपी और 83 सेक्टर दंडाधिकारी की तैनाती की गई।